देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और हरियाणा की सीमा सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को एक दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या कर दी गई. ये मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. दायर की गई याचिका में सिंघु बॉर्डर को खाली करवाने की मांग की गई है. जान लें कि पिछले करीब 10 महीने से केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और सिंघु बॉर्डर पर जमे हुए हैं.
बता दें कि दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या के मामले में वकील शशांक शेखर झा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. उन्होंने सिंघु बॉर्डर को खाली करवाने और लंबित याचिका की जल्द सुनवाई की मांग की है.
वकील शशांक शेखर झा ने कहा कि मैंने स्वाती गोयल शर्मा और संजीव नेवर की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. उनकी याचिका सुप्रीम कोर्ट में मार्च, 2021 से लंबित है. कई कोशिशों के बाद अब भी मामले की सुनवाई नहीं हुई है. सिंघु बॉर्डर पर दलित युवक की हत्या के बाद मामले की जल्द सुनवाई की मांग की है.
जान लें कि लखबीर सिंह को सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मंच के पास उल्टा लटकाया गया था. उसका हाथ काट दिया गया था. तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई. लखबीर सिंह लगातार मदद के लिए विनती करता रहा लेकिन आखिरी सांस तक उसको तड़पने के लिए छोड़ दिया गया.
सिंघु बॉर्डर पर हुई दलित युवक की बर्बर हत्या के मामले में पुलिस ने एक आरोपी सरवजीत को गिरफ्तार किया है. निहंग सरवजीत ने हत्या की जिम्मेदारी ली है. आज (शनिवार को) पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश करेगी. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने वारदात की तुलना ISIS और तालिबान से की है.