तीसरी लहर के आने की आशंका के बीच कुछ राज्यों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। कर्नाटक में एक कॉलेज के 32 छात्र कोविड-19 पॉजीटिव मिले हैं। कर्नाटक के कोलार स्थित कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस एंड हॉस्पीटल के 32 छात्रों के कोरोना पॉजीटिव मिलने के बाद यहा हड़कंप मच गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर के सुधाकर ने बुधवार को बताया कि केजीएफ नर्सिंग कॉलेज के 32 छात्र कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। यह सभी केरल से आए थे। मैं कॉलेज का दौरा करूंगा और कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ एक्शन भी लिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे बताया कि राज्य में कोरोना को काफी हद तक कंट्रोल किया गया है। पहले जहां 50,000 केस प्रतिदिन आते थे वहीं अब यह आंकड़ा घट कर 700-800 पर आ गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना को काबू करने के लिए सरकार कड़ी मेहनत कर रही है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को बताया था कि यहां 1,217 कोरोना के नये केस मिले हैं। इसके अलावा 1198 लोग इस महामारी से ठीक हुए हैं और 24 घंटे में 25 मौतें दर्ज की गई है। मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में कुल 18,386 कोरोना के सक्रिय केस मौजूद हैं।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में हाल ही में बताया गया था कि कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने अहम कदम उठाया है। ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि यहां राज्य सरकार ने तय किया है कि केरल से आने वाले लोगों को अब सात दिन के क्वारन्टीन में जाना होगा। इस अवधि के खत्म होने के बाद अगर उनका कोरोना टेस्ट निगेटिव आता है तब भी उन्हें कहीं आने-जाने की इजाजत होगी। आपको बता दें कि देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने के बाद कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान फिर से खोल दिये गये हैं। हालांकि, इस दौरान कुछ राज्यों में बच्चों में संक्रमण के मामले भी बढ़े हैं। 6 राज्यों पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में बच्चों में कोरोना के बढ़ते मामले चिंतित कर रहे हैं। झारखंड और चंडीगढ़ में, हालांकि ट्रेंड विपरीत हैं। बच्चों में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले पंजाब से आए हैं।