हिंदू धर्म में कार्तिक मास (Kartik Month 2021) के दौरान तुलसी की पूजा करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. ऐसे तो पूरे साल तुलसी मां की पूजा की जाती है, पर यह बोला जाता है कि कार्तिक मास में तुलसी के सामने दीपक जलाना बहुत शुभ होता है और व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. इस बार कार्तिक मास का 21 अक्टूबर से शुरू हो रहा है और 18 नवंबर तक चलेगा. ऐसी मान्यता है कि कई महीने से लंबी नींद में सोए भगवान विष्णु इस माह में जागते हैं. कार्तिक के महीने में तुलसी के नियम अनुसार पूजा करने और दीपक जलाने से भगवान विष्णु बहुत खुश होते हैं और उनकी कृपा बरसती है.
तुलसी का पौधा
ऐसा बताया गया है कि जिस घर में तुलसी मां का पौधा होता है. उस घर में यमदूत प्रवेश नहीं कर पाते हैं. तुलसी का विवाह शालिग्राम शुरू हुआ था. इसीलिए बोला जाता है कि जो तुलसी की भक्ति करता है उसको भगवान की कृपा मिलती ही है. एक कथा है जिसके अनुसार भगवान विष्णु ने तुलसी को वरदान दिया था कि मुझे शालिग्राम के नाम से तुलसी के साथ ही पूजा जाए और वह व्यक्ति बिना तुलसी के मेरी पूजा करेगा उसका भोग मैं कभी भी स्वीकार नहीं करूंगा.
इस तरह करें तुलसी पूजन
ऐसा बताया गया है कि तुलसी के चारों ओर स्तंभ बनाकर उसे तोरण से सजा देना चाहिए. इन स्तंभों पर स्वास्तिक का चित्र बनाना चाहिए. रंगोली के अष्टदल कमल के साथ ही शंख चक्र व गाय का पैर बनाकर सर्वांग पूजा करनी चाहिए. तुलसी का आवाहन करें और धूप, दीप , रोली, सिंदूर, चंदन, नैवेद्य, वस्त्र अर्पित करके तुलसी के चारों ओर दीपक जलाकर उनकी विधि विधान से पूजा करें.