उत्तर प्रदेश के कानपुर में गूंजी गोलियों की तड़तड़ाहट में 8 जवान शहीद हो गए हैं. ये पूरी घटना उस दौरान हुई जब पुलिसकर्मियों और अपराधियों के बीच कानपुर में मुठभेड़ (Kanpur Encounter) जारी थी. इस घटना से अभी भी आसपास के लोग दहशत में हैं. इसी बीच पूरे घटना स्थल का मुआयना करने पहुंचे यूपी के डीजीपी (DGP) ने मामले की जांच करते हुए बड़ा बयान दिया है. दरअसल इस घटना पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी (DGP Hitesh Chandra Awasthi) ने अपने बयान में कहा है कि, मैं पुलिस परिवार का मुखिया हूं. जो हमला किया गया है, वो मेरे परिवार पर हुआ है. जिसमें 8 लोग शहीद हुए हैं.
इसके आगे बात करते हुए उन्होंने ये भी जानकारी दी कि इस एनकाउंटर (Encounter) के बाद प्रदेश के 7000 पुलिसकर्मी इस ऑपरेशन में लगाए गए हैं. ताकि 24 से 48 घंटे के अंदर-अंदर इस घटना से जुड़े मेन आरोपियों को पकड़कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सके. इसके आगे डीजीपी ने ये भी कहा कि इस तरह की घटना में गांव वालों को बदमाशों का साथ नहीं देना चाहिए. क्योंकि ये काम उनके लिए भी घातक साबित हो सकता है. इसलिए यदि गांव का कोई भी व्यक्ति अपराधियों के साथ मिला हुआ पाया गया तो इस एनकाउंटर में उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर बदमाशों ने अचानक से ही उन पर लगातर गोलियों की बरसात कर दी. जिसमें बिल्हौर के सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं. जबकि इस घटना में एसओ बिठूर समेत 5 पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गए हैं. ऐसे में इनका इलाज करवाने के लिए घायल अवस्था में सभी पुलिसकर्मियों को रीजेंसी अस्पताल में एडमिट करवाया गया है. इसके अलावा घटना में शामिल सभी अपराधियों को धर दबोचने के लिए यूपी पुलिस (UP Police) लगातार हर स्तर पर कोशिश कर रही है, ताकि इन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके. बताया जा रहा है कि हमलावरों ने जिस पिस्टल से पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की है, वो AK-47 थी. इन शातिर बदमाशों को ढूंढ निकालने के लिए एसटीएफ की टीमों को भी लगाया गया है.