महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने मोदी सरकार को चैलेंज देते हुए कहा है कि यदि हिम्मत है तो अंडरवर्ल्ड डॉन (underworld don) दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) को मार कर दिखाएं. एनसीपी नेता नवाब मलिक (NCP leader Nawab Malik) का बचाव करते हुए महाराष्ट्र विधानसभा में उन्होंने कहा कि यदि ये मान लें कि नवाब मलिक के रिश्ते दाऊद इब्राहिम से हैं तो इतने सालों से केंद्रीय एजेंसियां क्या कर रही थीं? उन्होंने पूछा कि आतंकी अफजल गुरु और बुरहान वानी से हमदर्दी रखने वाली पीडीपी के साथ मिलकर भाजपा ने क्यों सरकार बनाई थी. इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर भाजपा विधायकों ने नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
शिवसेना के अध्यक्ष और सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा ने पिछला चुनाव राम मंदिर को लेकर लड़ा था, लेकिन इस बार वह दाऊद इब्राहिम के नाम पर वोट मांगेगी. उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बराक ओबामा का हवाला देकर कहा कि ओबामा ने पाकिस्तान में घुस कर ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था, लेकिन अपनी इस कार्रवाई के लिए कभी वोट नहीं मांगा. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय को चाहिए कि वो देवेंद्र फडणवीस को नौकरी पर रख लें।
महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी एनसीपी के नेता नवाब मलिक को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें 4 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी हैं. दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मलिक के कुर्ला संपत्ति सौदे की जांच कर रहा है, जहां 1999-2003 में कुर्ला में 3 एकड़ के भूखंड के लिए दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर को भुगतान किया गया था।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना की सहयोगी पार्टी एनसीपी ने अपने नेता नवाब मलिक को अस्थाई तौर पर उनके सभी पदों से हटा दिया था. ईडी ने कार्रवाई करते हुए नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग केस में 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था. इधर, मंगलवार को ईडी ने कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साले श्रीधर पाटनकर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी. इस कार्रवाई में मुंबई से सटे ठाणे में ईडी ने पुष्पक समूह की कंपनियों में शामिल मेसर्स पुष्पक बुलियन की करीब 6.45 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जब्त कर लिया था और कुल 11 आवासीय फ्लैट को सील कर दिया था. मुख्यमंत्री ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आप सत्ता में आना चाहते हैं तो आएं लेकिन हमारे या फिर हमारे रिश्तेदारों के परिवारों को परेशान न करें. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे, एक मंत्री और उनके सहयोगी अनिल परब के खिलाफ भी छापेमारी की थी. ईडी की इस कार्रवाई को लेकर अब शिवसेना ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि केंद्र चुनिंदा राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना रहा है।