मानसून की शुरुआत के साथ ही प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया। इसके साथ ही बारिश के साइड इफेक्ट भी देखने को मिलने लगे हैं। बारिश के चलते संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन, चट्टान गिरने और कहीं कहीं सड़कों, राजमार्गों पर अवरोध और निचले इलाकों में जलभराव शुरू हो गया है। पिथौरागढ़ जिले में 17 रास्ते बंद हैं। मौसम विभाग ने राज्य के पांच जिलों में मंगलवार और बुधवार को तेज बारिश का अनुमान लगाया है। इसे देखते हुए इन जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञानी आरके सिंह के मुताबिक, अगले चार दिनों में दो दिन आरेंज अलर्ट और बाकी के दो दिन येलो अलर्ट रहेंगे।

मंगलवार और बुधवार को नैनीताल, चंपावत जिलों में कहीं कहीं बहुत अधिक भारी बारिश की संभावना है। जबकि सात और आठ जुलाई को नैनीताल, बागेश्वर जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। नौ और 10 जुलाई को बारिश में मामूली कमी आ सकती है। इधर, आरेंज अलर्ट के चलते जिला प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया है।