प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज (24 सितंबर) को देशवासियों को एक साथ नौ वंदे भारत (Nine Vande Bharat trains) ट्रेनों का तोहफा देंगे। पीएम मोदी दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) (South Central Railway – SCR) की दो सेवाओं सहित नौ वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। आधिकारिक बयान के अनुसार, पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये काचीगुडा-यशवंतपुर और विजयवाड़ा-एमजीआर चेन्नई सेंट्रल मार्गों के बीच वंदे भारत ट्रेन सेवा का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) भी कार्यक्रम में भाग लेंगे।
आधिकारिक बयान के अनुसार, काचीगुडा-यशवंतपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन सेवा इस मार्ग की अन्य ट्रेनों की तुलना में कम से कम यात्रा समय के साथ दोनों शहरों के बीच सबसे तेज ट्रेन होगी। इसमें 530 यात्रियों की बैठने की क्षमता है। विजयवाड़ा – एमजीआर चेन्नई सेंट्रल मार्ग पर ट्रेन इस मार्ग पर पहली और सबसे तेज ट्रेन होगी। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल को पटना-हावड़ा और रांची-हावड़ा मार्गों और हावड़ा-कोलकाता के जुड़वां शहरों के बीच दो और वंदे भारत ट्रेन सेवाएं भी मिलेंगी।
रेलवे ने पटना-झाझा, आसनसोल, बर्दवान, हावड़ा मुख्य मार्ग पर पटरियों को मजबूत करने के साथ ही पटना-हावड़ा मार्ग पर सेमी हाई-स्पीड ट्रेन संचालन की तैयारी शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली और वाराणसी के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में निर्मित, ट्रेन सेट ‘मेक-इन-इंडिया’ पहल का प्रतीक है और भारत की इंजीनियरिंग कौशल को प्रदर्शित करता है। अधिकारियों के अनुसार, पटना-हावड़ा और रांची-हावड़ा मार्गों के लिए नई रेक में 25 अतिरिक्त सुविधाएं होंगी।
गुजरात में 27 को 4500 करोड़ की परियोजनाओं की करेंगे शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिक्षा क्षेत्र से संबंधित 4,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ करने के लिए 27 सितंबर को गुजरात का दौरा करेंगे। इसके अलावा आदिवासी बहुल छोटाउदयपुर जिले के बोडेली शहर में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे। प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा सचिव विनोद राव ने कहा, बोडेली में सभा को संबोधित करने से पहले पीएम मोदी राज्य सरकार की ‘मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ पहल के तहत विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे।
मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस योजना का उद्देश्य स्कूली के बुनियादी ढांचों का उन्नयन, नए और स्मार्ट कक्षाओं एवं कंप्यूटर प्रयोगशालाओं का निर्माण, राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है। योजना को पिछले साल अक्तूबर में गुजरात के अडालज गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में लॉन्च किया गया था। इसके तहत राज्य सरकार अगले पांच वर्षों में 10,000 करोड़ रुपये खर्च कर सभी 35,133 सरकारी और 5,847 अनुदान प्राप्त स्कूलों का उन्नयन करेगी। राव ने कहा इस अवसर पर प्रधानमंत्री राज्य में शिक्षा क्षेत्र से संबंधित कई अन्य नई योजनाएं भी शुरू करेंगे, जिनमें स्वामी विवेकानंद ज्ञान शक्ति आवासीय विद्यालय, रक्षा शक्ति विद्यालय, मुख्यमंत्री ज्ञान सेतु मेरिट छात्रवृत्ति और मुख्यमंत्री ज्ञान साधना मेरिट छात्रवृत्ति शामिल हैं।