पीएम मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का राम नगरी अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनाने का सपना पूरा होता हुआ दिख रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मंदिर निर्माण के लिए जो बुनियाद भरी जा रही है। उसका 50 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। मंदिर के बुनियाद में अब तक 25 लेयर भरी जा चुकी है।
बची हुई बुनियादों को 15 सितंबर तक भरे जाने की समय सीमा रखी गयी है। राम मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर की बुनियाद भरने का काम कार्यदायी कारदायी संस्था को दी गई है।
बुनियाद को तेज़ी से भरने के लिए कार्यदायी संस्था के अधिकारी 12-12 घंटे की दो शिफ्ट में मंदिर की बुनियाद का निर्माण कार्य करवा रहे हैं। इस रफ्तार से काम अगर होता रहा तो ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कि तय समय सीमा पे मंदिर की सारी बुनियादें भर जाएंगी।
अक्टूबर महीनें से शुरू होगा मंदिर के बेस का काम
सितंबर तक मंदिर की बुनियादों को भरने का काम पूरा हो जायेगा उसके बाद अक्टूबर महीने में मंदिर के बेस का निर्माण होगा जिसमें मिर्जापुर के बलुआ पत्थर और ग्रेनाइट स्टोन का इस्तेमाल किया जाना है। ट्रस्ट के द्वारा 2023 तक मंदिर निर्माण का कार्य पूरा किया जाना है। कार्यदायी संस्था की तरफ से लगातार तेजी के साथ मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है।
इस बात का भी खास ध्यान रखा जा रहा है कि बरसात की वजह से मंदिर की बुनियाद में पानी ना जाए इसके लिए उसे प्लास्टिक से पैक कर दिया गया है।
मंदिर निर्माण के लिए विशेषज्ञों की टीम वहां मौजूद
राम मंदिर को बनाने के लिए और उसकी मजबूती को और ज्यादा बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों की टीम लगातार राम जन्मभूमि परिसर में ही मौजूद है। कार्यदायी संस्था एल एंड टी, टाटा कंसल्टेंसी और बालाजी के इंजीनियर मंदिर की मजबूती को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य कर रहे हैं। राम मंदिर ट्रस्ट की प्राथमिकता है कि मंदिर हजारों वर्षों तक सुरक्षित रहे और उस लिहाज से मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।