अमेरिका (United States) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण लगे इंटरनेशनल ट्रैवल बैन (Travel Restrictions) को नवंबर की शुरुआत से हटाने का ऐलान किया है. नए ट्रैवल सिस्टम के तहत ब्रिटेन, यूरोपीय यूनियन और अन्य देशों के कोविड वैक्सीन (Covid Vaccine) लगवा चुके लोगों को सफर की इजाजत होगी. इस फैसला का फायदा भारत से अमेरिका जाने की राह देख रहे लोगों को भी होगा. साल 2020 की शुरुआत में चीन में वायरस फैलने के साथ ही अमेरिका ने ट्रैवल बैन लगा दिया था.
व्हाइट हाउस ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी है. व्हाइट हाउस के कोविड-19 रेस्पॉन्स कोओर्डिनेटर जेफ जींट्स का कहना है कि लोगों को सुरक्षित रखने और कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए फिलहाल सबसे बड़ा हथियार वैक्सीन ही है. बच्चों की वैक्सीन नहीं आने के चलते उनके लिए इस नियम में छूट दी गई है. नए नियम मेक्सिको और कनाडा से जमीन के रास्ते ट्रैवल पर भी लागू नहीं हैं.
अभी क्या हैं नियम?
अमेरिका में अभी ऐसे गैर-अमेरिकी नागरिकों को एंट्री नहीं है, जो 14 दिन पहले ब्रिटेन, यूरोप में बिना सीमा नियंत्रण वाले 26 Schengen देशों, आयरलैंड, चीन, भारत, दक्षिण अफ्रीका, ईरान या ब्राजील से आए हों. सिर्फ अमेरिकी नागरिकों, उनके परिवारों, ग्रीन कार्ड धारकों और national interest exemptions (NIE) के तहत आने वालों को इसके लिए छूट मिली थी जो 14 दिन पहले EU या ब्रिटेन में रहकर आए हों.
रिपोर्ट्स के मुताबिक एयरलाइन कंपनियां अमेरिकी सरकार के ऊपर दबाव बना रही थीं, लेकिन तेजी से फैल रहे डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) के खतरे को देखते हुए इसमें जल्दबाजी नहीं की गई. नए नियमों के तहत कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग आसान करने के लिए एयरलाइंस को भी यात्रियों की जानकारी रखनी होगी.
अमेरिका में मौतों का आंकड़ा 30% बढ़ा
अमेरिका में कोरोना के मामलों में भले ही कमी सामने आ रही है, लेकिन मौत के मामलों में पिछले दो हफ्तों के दौरान 30% तक इजाफा हुआ है. डेल्टा वेरिएंट का असर बिना टीका लगे लोगों पर ज्यादा हो रहा है. हर 500 संक्रमित मरीजों में से एक की मौत हो रही है.