तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की तरफ से आज 11 बजे से 3 बजे तक किए गए चक्का जाम और भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला है। पंजाब में बंद का व्यापक असर देखने को मिला जबकि दिल्ली में बाजार रोजाना की तरफ खुले रहे। पंजाब के जालंधर, लुधियाना, अमृतसर, होशियारपुर, कपूरथला समेत कई शहरों में बाजार बंद रहे। दूसरे शहरों में भी मिलाजुला असर देखने को मिला। दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर भी किसानों का जमावड़ा रहा। दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पूरी तरह से बंद किया। जयपुर में भारत बंद के दौरान कांग्रेस-बीजेपी कार्यकर्ता भिड़ गए। NSUI और BJP कार्यकर्ताओं में हाथापाई हुई, पुलिस ने आकर बचाव किया।
बठिंडा के रामपुरा फूल में किसान एक बार फिर रेलवे ट्रैक पर धरना देकर बैठ गए। इससे ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई। धरने में महिलाओं की संख्या भी काफी है। फाजिल्का की मंडी लाधुका के निकट विभिन्न किसान संगठनों द्वारा हाईवे पर जाम लगाकर रोष प्रदर्शन किया जा रहा है। पटियाला में बंद के दौरान पीआरटीसी की बसें नहीं चल रही हैं। बस स्टैंड के बाहर मुलाजिमों ने प्रदर्शन किया और बस स्टैंड के गेट को ताला लगा दिया।
मेरठ में दिल्ली-देहरादून हाईवे पर किसानों ने जाम लगाया, किसानों ने यहां ट्रैक्टर ट्रॉली को सड़क पर भी खड़ा कर दिया। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने एक मीडिया हाऊस के साथ बातचीत में कहा कि 13-14 प्रतिनिधि आज शाम 7 बजे अमित शाह से मुलाकात करेंगे। बताया गया कि टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर खुलवा दिया है, साथ ही वह अन्य किसान संघों से बात करने के लिए सिंघू सीमा रवाना हो गए हैं। टिकैत ने कहा कि अब लग रहा है कि बस एक कदम दूर हैं। अब समापन होना चाहिए।