गैंगस्टर से प्रेम करना एक लड़की को इतना भारी पड़ गया कि उसे दो महीने आठ दिन जेल में बिताने पड़े. हालांकि, वकील ने जब कोर्ट को बताया कि अनजाने में वह गैंगस्टर को दिल दे बैठी तो उसे जमानत मिल गई. गैंगस्टर पपला गुर्जर की गर्लफ्रेंड जिया बुधवार शाम को अलवर की सेंट्रल जेल से रिहा हो गई. जेल से बाहर आने के बाद जिया अपने पिता को देखकर जोर- जोर से रोने लगी. पपला गुर्जर की प्रेमिका जिया को दो महीने आठ दिन के बाद न्यायालय ने बेगुनाह मानते हुए जेल से रिहा कर दिया. जेल से बाहर आने के बाद जिया ने बताया कि पपला ने उसे बताया था कि वो दिल्ली का रहने वाला है और बिजनेस करता था. लॉकडाउन की वजह से वो यहां फंस गया है. फिर कुछ दिन तक जिम में ही थोड़ी-बहुत बात होती रही. एक दिन उसने मुझे खुद की जिम खोलने की सलाह दी. पपला ने कहा कि वो रुपयों की व्यवस्था कर देगा. इसके बाद से ही हम दोनों में नजदीकियां बढ़ने लगीं और दोनों में प्यार हो गया. इसके अलावा जिया ने बताया कि उसका पपला से कोई संबंध नहीं है और न ही उसने कभी कोई पैसे उसके अकाउंट में ट्रांसफर किए हैं.
बता दें कि जिया के पिता चांद सिकलगर पेशे से डॉक्टर हैं और मां हाउस वाइफ. जिया दो बहनें हैं, छोटी अभी पढ़ रही है. जिया की साल 2014 में भोपाल की एक नवाब परिवार में शादी हुई थी. उसने बताया कि लेकिन उसके पति का किसी दूसरी लड़की के साथ अफेयर था जिसकी वजह से मैंने उससे तलाक दे लिया. अब उसकी शादी उसके परिवार के लोग ही तय करेंगे. जिया ने बताया कि जब गैंगस्टर पपला गुर्जर की मुलाकात हुई, तब उसने खुद को मानसिंह पुत्र हरीश चंद्र यादव निवासी दिल्ली के छतरपुर का रहना बताया था. पति से तलाक होने के बाद जिया महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एनएमए मार्शल आर्ट जिम में ट्रेनर थी. वहां पर पपला गुर्जर ने उसे बताया था कि लॉकडाउन के चलते वो अपने घर नहीं जा पा रहा है. इसलिए पपला उसके साथ रहने लगा. जिया ने कहा कि पपला गुर्जर बड़ा ही धार्मिक व सात्विक प्रवृत्ति का था. दिनभर सुबह और शाम के समय हनुमान जी व काली माता की पूजा करता था. जिया मांसाहारी थी और पपला का पूरा शाकाहारी था. इसलिए पपला गुर्जर जिया से कुछ दूरी बनाकर रखता था.
28 जनवरी को महाराष्ट्र के कोल्हापुर से पपला गुर्जर के साथ पुलिस ने जिया को अरेस्ट किया था. इसके बाद पहले 7 दिन वो पुलिस की कस्टडी में रही. 4 फरवरी को कोर्ट ने जेल भेज दिया. वह करीब 2 माह 4 दिन जेल में रही. जिया के वकील अंकित गर्ग ने बताया था कि हाईकोर्ट से जमानत भी इसी आधार पर मिली है कि कोई अनजाने में किसी के साथ रहने लगे तो वह अपराधी कैसे हो सकता है? उसे इसका पता नहीं था कि पपला एक फरार गैंगस्टर है. उसने खुद को बिजनेस मैन बताया था.
वकील के मुताबिक जिया कोल्हापुर में जिम ट्रेनर थी और 30 से 35 हजार रुपये तक कमा लेती थी. पपला गुर्जर भी उसी जिम में जाने लगा था. 13 दिसंबर को दोनों की मुलाकात हुई थी. यहीं दोनों में नजदीकियां बढ़ीं और पपला ने उसे बताया था कि वो बिजनेस के सिलसिले में यहां आया है. अभी लॉकडाउन की वजह से वह यहां रुका हुआ है. इसी दौरान जिया पपला के प्रेम जाल में फंसती चली गई. जिया के संपर्क में आने से पहले ही पपला ने भरतपुर के किसी व्यक्ति के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवा रखा था. जिसके दस्तावेज मकान मालिक को दे रखे थे. इसलिए जिया ने आधार कार्ड बनवाने के आरोप गलत है. उसने खुद का नाम मान सिंह बताया था. उसने मकान मालिक और जिया को बताया कि उसे प्यार से घर में सब मान सिंह बुलाते हैं. मान सिंह नाम रॉयल फैमिली जैसा है. ऐसा मानकर ही उसने यह नाम बताया था.