लखीमपुर में कार से रौंद कर चार किसानों की हत्या और हिंसा में एक पत्रकार सहित आठ लोगें की मौत के बाद मंगलवार को तिकुनिया में श्रद्धांजलि देने के लिए अंतिम अरदास चल रही है। अरदास में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी है। कई जिलों और दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से किसान अभी भी लखीमपुर अरदास में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं। किसान नेता राकेश टिकैत और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी अरदास में शामिल हुईं। अंतिम अरदास और अस्थि कलश यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इसके लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स लगाए गए हैं। पीएसी, पैरामिलिट्री, आरएएफ और एसएसबी को भी शहर से लेकर तिकुनिया तक मुस्तैद किया गया है। ड्रोन कैमरों से निगरानी रहेगी।
किसानों की अंतिम अरदास में तिकुनिया पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर आंदोलन की चेतावनी दे दी। उन्होंने कहा कि यदि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा नहीं होता है तो लखीमपुर से यहीं से आंदोलन की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि लखनऊ में एक बड़ी पंचायत की जाएगी। पंचायत के बाद किसानों के अस्थि कलश देश के हर जिले में जांएगे और लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। राकेश टिकैत ने बताया कि 24 अक्टूबर को अस्थियां प्रवाहित की जाएंगी। इसके बाद सभी लोग 26 को लखनऊ पहुंचेंगे।