दिग्गज एआई कंपनी OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा कि भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भविष्य उज्ज्वल है। आगे कहते हैं कि भारत ने एआई तकनीक को तेजी से अपनाया है और इसके डेवलपमेंट के सभी स्तर जैसे – चिप प्रोडक्शन मॉडल डेवलपमेंट और व्यावसायिक इस्तेमाल में भी तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम में यह बात कही है।
OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन इन दिनों भारत दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भविष्य भारत में उज्ज्वल है। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ एक चर्चा के दौरान, ऑल्टमैन ने कहा कि भारत न केवल OpenAI के लिए बल्कि संपूर्ण एआई क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है।
दुनिया की मशहूर एआई कंपनी के प्रमुख ऑल्टमैन आगे कहते हैं कि भारत ने एआई तकनीक को तेजी से अपनाया है और इसके डेवलपमेंट के सभी स्तर जैसे – चिप प्रोडक्शन, मॉडल डेवलपमेंट और व्यावसायिक इस्तेमाल में भी तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले वर्ष में OpenAI के इंडियन यूजर्स की संख्या तीन गुना बढ़ गई है।
एआई इनोवेशन में भारत की भूमिका
भारत भी एआई के क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति दर्ज कर रहा है। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इनोवेशन किसी भी देश में हो सकता है। भारत एआई सेक्टर में भी अग्रणी देश बनने की पूरी क्षमता रखता है। उन्होंने कहा कि हम जल्द ही एक सुरक्षित और किफायती एआई मॉडल पेश करेंगे। यह एआई मॉडल अन्य देशों के एआई मॉडलों की तुलना में ज्यादा किफायती होगा।
एआई सेक्टर में भारत की स्थिति
चीन ने हाल ही में कम लागत वाला एआई मॉडल DeepSeek लॉन्च किया है। अब भारत भी अपने फाउंडेशनल एआई मॉडल पर तेजी से काम कर रहा है। इसके लिए सरकार ने 18,693 GPU वाले एआई लैब स्थापित किया है, जो इस सेक्टर के स्टार्टअप्स और रिसर्चर्स के लिए उपयोगी होगी।
भारत की एआई स्ट्रेटजी न केवल आर्थिक विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरा डिजिटल इकोसिस्टम तैयार करने की प्लानिंग है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सरकारी सब्सिडी के साथ भारत का एआई मॉडल केवल 1.16 डॉलर प्रति घंटे की दर पर उपलब्ध होगा, जो दूसरे ग्लोबल एआई मॉडलों की तुलना में काफी अफोर्डेबल होगा।
DeepSeek AI और ChatGPT को लेकर चेतावनी
केंद्री वित्त मंत्रालय ने अपने अधिकारियों को विदेशी एआई मॉडल जैसे DeepSeek AI और ChatGPT को लेकर चेतावनी जारी की है। मंत्रालय का कहना है कि ऑफिशियल आईडी और कार्यलय से इन एआई मॉडल को एक्सेस न करें। इससे संवेदनशील डेटा कॉम्प्रोमाइज हो सकता है। पूरी खबर का लिंक नीचे दिया गया है।