बिहार में मानसून पूरी ताकत के साथ सक्रिय हो गया है। झारखंड और ओडिशा के ऊपर बने लो-प्रेशर सिस्टम (Low Pressure System Over Jharkhand & Odisha) के चलते पूरे राज्य में बारिश का दौर जारी है। राजधानी पटना, भागलपुर, मुंगेर और आसपास के जिलों में भारी वर्षा (Heavy Rain in Bihar) रिकॉर्ड की गई है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
महादेव खोह में अचानक पानी बढ़ा, लोग दहशत में दुकानें छोड़ भागे
रोहतास जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल महादेव खोह जलप्रपात (Mahadev Khoh Waterfall) में अचानक पानी का स्तर बढ़ने से अफरा-तफरी मच गई। दुकानदार और पर्यटक जान बचाकर भागते नजर आए। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।
4 और 5 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी, दक्षिण बिहार सबसे ज्यादा प्रभावित
मौसम विभाग (IMD Bihar Weather Update) के मुताबिक, 4 और 5 जुलाई को राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश (Heavy to Very Heavy Rainfall) हो सकती है। खासकर कैमूर, रोहतास, गया और औरंगाबाद जिलों में बारिश का जोर रहेगा। Thunderstorm, Lightning Alert भी जारी किया गया है।
Temperature & AQI Update: उमस बढ़ी, हवा फिलहाल ठीक
राज्य के प्रमुख शहरों में उमस भरी गर्मी बनी हुई है। पटना में अधिकतम तापमान 34.3°C और न्यूनतम 27.1°C रिकॉर्ड किया गया, वहीं AQI 74 रहा। कुल मिलाकर, वायु गुणवत्ता (Air Quality in Bihar) सामान्य से बेहतर स्थिति में है।
येलो अलर्ट वाले जिले, इन क्षेत्रों में रहें सतर्क
बिहार के 26 जिलों में अगले 24 घंटे के लिए Yellow Alert in Bihar जारी किया गया है।
अलर्ट वाले जिले: पटना, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, बेगूसराय, जमुई, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, बांका और भागलपुर।
इन जिलों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं (Strong Winds in Bihar) और आकाशीय बिजली (Lightning Strikes) की संभावना है।
मानसून को मिला और बल, चक्रवाती सिस्टम सक्रिय
IMD के अनुसार, दक्षिण झारखंड और उसके आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation Over Jharkhand) सक्रिय है, जो समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। इसके साथ ही मानसून ट्रफ लाइन (Monsoon Trough) बीकानेर से लेकर दीघा और बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है, जिससे मानसून को और मजबूती मिल रही है।