कांग्रेस लोकसभा चुनाव 2024 से पहले देशभर में अपनी पकड़ को मजबूत बनाने की तैयारी में है। काग्रेस के नेता राहुल गांधी ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल होने को लेकर बड़े नेताओं के साथ रणनीति बना रहे हैं। ज्यादातर नेताओं का मानना है कि प्रशांत किशोर के आने से पार्टी को फायदा होगा। पार्टी फिलहाल 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रशांत किशोर की ओर से बताई गई योजना पर काम करने वाली है। 2024 चुनाव को लेकर पार्टी समिति स्तर की कई मीटिंग कर चुकी है। बताया गया है कि प्रशांत किशोर ने पार्टी के प्रदर्शन को लेकर कई सुझाव दिए हैं जिसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्वीकार कर रहे हैं। हाल ही में गांधी परिवार के साथ हुई मुलाकात के दौरान किशोर ने उन्हें एक ब्लू प्रिंट दिया था। पार्टी प्रषांत किषोर के इन प्रस्तावों पर गंभीरता से विचार कर रही है।
राहुल गांधी ने 22 जुलाई को यह बैठक बुलाई थी, जिसका मुख्य एजेंडा प्रशांति किशोर के पार्टी नें शामिल होने पर उन्हें दी जाने वाली भूमिका पर था। प्रशांत किशोर से पार्टी को होने वाले फायदे और नुकसान पर चर्चा करना था। इस मीटिंग में प्रशांत किशोर के दिए ब्लू प्रिंट को लेकर भी चर्चा हुई। प्रशांत किशोर के बारे में एक नेता ने कहा है कि प्रशांति किशोर चुनावी रणनीति में शामिल होना चाहते हैं। इसके साथ-साथ वह प्रबंधन और गठबंधन में भी सक्रिय रूप से शामिल होना चाहते हैं। उन्होंने हर चीज को कैसे पुनर्जीवित किया जाए, इस पर यह एक बड़ी सूची है। और फिर किशोर औपचारिक रूप से पार्टी में आना चाहते हैं… इस पर चर्चा चल रही है कि इसे कैसे आगे बढ़ाया जाए।
किशोर ने सभी निर्णय लेने के लिए एक अधिकार प्राप्त समूह बनाने का सुझाव दिया है। यह समूह सभी फैसले लेगा। इसके साथ ही राज्य और जिला समितियों को मजबूत करने का सुझाव दिया है। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के प्रस्तावों को लेकर कांग्रेस पार्टी कई बार मीटिंग कर चुकी हैं। ऐसा बताया गया है कि एआईसीसी महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता एके एंटनी इन बैठकों का समन्वय कर रहे थे। ये नेता ऐसी कम-से-कम तीन बैठकों में उपस्थित रहे हैं। इनमें से पहली बैठक में वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पी चिदंबरम, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चैधरी और एआईसीसी महासचिव (प्रशासन) पवन कुमार बंसल ने भाग लिया था। दूसरी बैठक में राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा, एआईसीसी महासचिव हरीश रावत, कमलनाथ, रघुवीर मीणा और अंबिका सोनी थे। तीसरी बैठक में प्रियंका, दिग्विजय सिंह, तारिक अनवर और जयराम रमेश ने भाग लिया था।
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल के चुनाव के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने घोषणा की थी कि वह अपनी इस भूमिका का त्याग कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि यह अब कुछ बड़ा करने का समय है। संभवना जताई जा रही है कि वह अब सक्रिय रूप से राजनीति में आ सकते हैं।