महाराष्ट्र के बाद अब तेलंगाना की राजनीति (Telangana politics) में उथल -पुथल होने लगी है, क्योंकि तेलंगाना में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (from assembly elections) से पहले ही राज्य में नेताओं के दल बदलने का सिलसिला हो गया है। अब खबरें आ रही है कि जल्द ही टीआरएस के 12 विधायक भाजपा (BJP) का दामन थाम सकते हैं।
वहीं इस पूरे मामले में तेलंगाना भाजपा के प्रमुख बंदी संजय कुमार ने दावा किया है कि टीआरएस के 12 विधायक भगवा पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि मुनुगोड़े में ही नहीं बल्कि राज्य में कई सीटों पर उपचुनाव हो सकते हैं। अपनी ‘प्रजा संग्राम पदयात्रा’ के दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि ये टीआरएस विधायक सत्तारूढ़ दल से इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं।
जबकि तेलंगाना के भाजपा नेता नटचरजू वेंकट सुभाष ने दावा दावा किया कि सत्तारूढ़ टीआरएस और विपक्षी कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य के लोग अगले साल होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी को मौका देंगे। बीजेपी के मुखिया ने कहा कि कई टीआरएस विधायकों का मानना है कि इस सरकार में उनका कोई भविष्य नहीं है। टीआरएस सरकार के खिलाफ विद्रोह मजबूत हो रहा है।
संजय कुमार ने कहा कि मुनुगोड़े उपचुनाव राज्य का भविष्य तय करेगा। उन्होंने कहा कि अगर अभी चुनाव होते हैं तो हाल के एक सर्वेक्षण के अनुसार भाजपा 62 सीटें जीतेगी। उनके अनुसार, टीआरएस प्रशासन के प्रति बढ़ती सार्वजनिक शत्रुता के कारण भाजपा के अपेक्षित वोट शेयर में वृद्धि होगी।
संजय ने कहा कि बीजेपी की नजर मुनुगोड़े उपचुनाव के अलावा पुराने शहर के विधानसभा जिलों पर भी है। उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि पार्टी अगले चुनावों में हैदराबाद संसदीय सीट जीतेगी। करीमनगर के सांसद ने कहा कि टिकट की कोई गारंटी नहीं है। पार्टी का संसदीय बोर्ड चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों का फैसला करेगा।”