Thursday , September 19 2024
Breaking News

हरियाणा की इस विधानसभा सीट पर अब तक बाहरी प्रत्याशियों को मिली है जीत, क्या इस बार बदलेगा इतिहास

गुरुग्राम | हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Vidhansabha Chunav) के इतिहास का जिक्र करें तो हमें कई रोमांचक और आश्चर्यजनक किस्से सुनने को मिलेंगे. कुछ ऐसा ही इतिहास गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत सोहना विधानसभा सीट का रहा है, जहां हर चुनाव में बाहरी प्रत्याशी के सिर पर जीत का सेहरा सजा है. 1967 से लेकर आज तक यहां का मूल निवासी सोहना विधानसभा सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाया है.

स्थानीय निवासी नहीं जीता चुनाव

1967 से लेकर 2019 तक हरियाणा में 13 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं. 1967 में पहली बार हुएं चुनाव में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी राव महावीर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. 1968 में भी निर्दलीय कन्हैयालाल पोसवाल को जीत मिली. 1972 में कांग्रेस पार्टी की टिकट पर कन्हैयालाल पोसवाल ने जीत दर्ज की. 1977 में एक बार फिर कांग्रेस ही जीती और विजयपाल विधायक बने.

1982 के विधानसभा चुनाव में सोहना विधानसभा सीट से जननायक पार्टी के विजयवीर ने जीत हासिल की थी. 1987 में राव धर्मपाल निर्दलीय विधायक बने. 1991 में बतौर निर्दलीय निर्दलीय प्रत्याशी राव धर्मपाल ने चुनाव जीता. 1996 में कांग्रेस के राव नरबीर सिंह यहां से विधायक निर्वाचित हुए थे. 2000 में हरियाणा विकास पार्टी से राव धर्मपाल जीते. 2005 में कांग्रेस के सुखबीर जौनापुरिया को जीत हासिल हुई थी. 2009 में भिवानी से आकर धर्मवीर सिंह ने सोहना विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की.

पहली बार हल्के को मिली मंत्री पद की सौगात

2014 के विधानसभा चुनाव में पहली बार सोहना सीट पर BJP ने जीत का स्वाद चखा और तेजपाल तंवर यहां से विधायक बने. 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को लगातार दूसरी बार इस सीट पर जीत मिली और संजय सिंह विधायक चुने गए. फिलहाल, सोहना विधानसभा सीट से विधायक संजय सिंह सूबे की नायब सैनी सरकार में खेल मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.