भारत (India-Pakistan) के खिलाफ दुबई के मैदान पर टी-20 वर्ल्ड कप (T-20 World Cup) में पाकिस्तान (Pakistan) को मिली जीत के बाद से पड़ोसी मुल्क के लोगों में जश्न का माहौल है. वर्ल्ड कप इतिहास में ये पहला मौका है, जब पाकिस्तान की टीम को भारत के खिलाफ फतह हासिल हुई है. ऐसे में पाकिस्तानी नेताओं में भी जीत को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है. मगर इन सबके बीच पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद (Sheikh Rasheed) ने कुछ ऐसा कहा, जो एक बार फिर उनकी मानसिकता को भली-भांति दुनिया के सामने पेश करता है. दरअसल, पाकिस्तानी गृह मंत्री ने पाकिस्तान की जीत को इस्लाम की जीत बता दिया है.
शेख रशीद ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान द्वारा पहली बार टी20 मैच में दस विकेट से जीत हासिल करने के बाद भारतीय मुसलमानों (Indian Muslims) सहित दुनिया के सभी मुसलमान जश्न मना रहे हैं. पाकिस्तानी गृह मंत्री ने एक बार फिर धर्म को लेकर बयानबाजी की. उन्होंने पाकिस्तानी टीम (Pakistan Cricket Team) की जीत को आलमी इस्लाम की जीत करार (Victory of Islam) दिया है. ये बयान मोहम्मद रिजवान और कप्तान बाबर आजम के शानदार प्रदर्शन के बाद आया है. रविवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से हरा दिया.
पाकिस्तानी गृह मंत्री ने क्या कहा?
शेख रशीद ने कहा कि मुझे दुख है कि भारत और पाकिस्तान के बीच यह पहला मैच है, जिसे मैं अपनी राष्ट्रीय जिम्मेदारियों के कारण मैदान पर नहीं देख सका. लेकिन मैंने इस्लामाबाद (Islamabad), रावलपिंडी (Rawalpindi) जाने वाले सभी ट्रैफिक को सड़क पर रखे कंटेनरों को हटाने का निर्देश दिया है ताकि लोग इस जीत को उत्साह के साथ मना सकें. उन्होंने कहा, पाकिस्तान की टीम को और पाकिस्तान की आवाम को मुबारक हो. आज हमारा फाइनल था. हमारा फाइनल आज ही था और दुनिया के मुसलमान समेत हिंदुस्तान के मुसलमानों के जज्बात पाकिस्तानी टीम के साथ थे. सारी आलमे इस्लाम को फतह मुबारक हो.
टीएलपी समर्थकों ने पाकिस्तान में काटा बवाल
वर्तमान में, पाकिस्तान में कट्टरपंथी टीएलपी के समर्थकों द्वारा किए जा रहे दंगों के कारण इस्लामाबाद की ओर जाने वाले रास्ते बंद किए गए हैं. दरअसल, टीएलपी समर्थकों की मांग है कि संगठन के नेता साद रिजवी को जेल से रिहा किया जाए. पाकिस्तान के हालत इस कदर खराब हो गए हैं कि स्थिति दंगों जैसी नजर आ रही है. दंगों की वजह से अभी तक तीन पुलिसकर्मियों समेत 10 लोगों की मौत हो चुकी है. इस साल अप्रैल में फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन करने के दौरान साद रिजवी को गिरफ्तार किया गया था. टीएलपी की मांग थी कि फ्रांस के राजदूत को देश से बाहर निकाला जाए.