20 जनवरी की बात है.उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के महाराजगंज में दो सर्राफा व्यापारियों से लूट हुई. दोनों लोग कुछ जेवर और कैश लिए थे. गोरखपुर से बस पकड़कर लखनऊ जा रहे थे. तभी पुलिस की वर्दी में तीन लोग आए. छानबीन के नाम पर दोनों व्यापारियों को बस से उतारा और ऑटो में बैठाकर कहीं ले गए. रास्ते में उनसे सारा जेवर और कैश लूटा और फरार हो गए. दोनों सर्राफा व्यापारी अब असली पुलिस के पास गए.
कहा कि साब हमारे साथ लूटपाट हो गई है. लुटेरे पुलिस की वर्दी पहनकर आए थे और सारा जेवर और पैसा लूट ले गए. पुलिस ने घटनास्थल के CCTV फुटेज खंगाले. और क्या पता चला? कि लूट करने वाले पुलिस की वर्दी में आए बदमाश नहीं थे. बल्कि पुलिसवाले ही थे.
लूट की घटना करने वाले 06 अभियुक्त गिरफ्तार
1 धर्मेन्द्र यादव (उ0नि0)
2 महेन्द्र यादव (आरक्षी)
3 संतोष यादव (आरक्षी)
4 देवेन्द्र यादव
5 शैलेश यादव
6 दुर्गेश अग्रहरीबरामदगी
19 लाख रू0 नगद
सोना/चाँदी (अनु0 कीमत 16 लाख रु0)
बोलेरो@Uppolice #UPPolice pic.twitter.com/C90ydjmiLg— Gorakhpur Police (@gorakhpurpolice) January 21, 2021
लूट में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनमें एक सब इंस्पेक्टर और दो कॉन्स्टेबल शामिल हैं. SI का नाम है धर्मेन्द्र यादव. कॉन्स्टेबल हैं महेंद्र यादव और संतोष यादव. इनके अलावा तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है.
गोरखपुर के SSP जोगिंदर कुमार ने बताया कि इन लोगों के पास से करीब 19 लाख रुपए नगद, करीब 16 लाख रुपए की कीमत के सोना-चांदी और एक गाड़ी बरामद की गई है. आरोपी एसआई और कॉन्स्टेबल पुरानी बस्ती थाने में तैनात थे. ये पुलिसवाले पहले भी इसी तरह की लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं.
थाना कैण्ट व शाहपुर क्षेत्रान्तर्गत वर्दीधारी बदमाशों द्वारा की गयी लूट की सनसनी खेज घटना के अनावरण के सम्बन्ध में पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर द्वारा दी गयी वीडियो बाईट । @Uppolice #gorakhpurpolice pic.twitter.com/M4vVunTIOD
— Gorakhpur Police (@gorakhpurpolice) January 21, 2021
इस पूरे केस में सबसे अहम सुराग कैंट थाने के इंस्पेक्टर अनिल उपाध्याय के हाथ लगा था. जब उन्होंने घटनास्थल के CCTV फुटेज देखे तो आरोपियों के हाथ में पिस्टल दिखी. ध्यान से देखा तो ये सर्विस रिवॉल्वर थी. यहीं से पुलिस के लिए जांच आसान हो गई.