महाराष्ट्र की नेशनलिस्ट कांग्रेस(Congress)पार्टी के चीफ शरद पवार(Sharad pawar) ने आज शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(narendra modi) से दिल्ली(Delhi) में मुलाकात की। यह मुलाकात प्रधानमंत्री मोदी के आवास पर हुई। सुबह 10.30 बजे दोनों के बीच शुरु हुई ये बातचीत करीब एक घंटे तक चली। बता दें कि इससे पहले कल शरद पवार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल से मुलाकात की थी। उनकी इस मुलाकात के कई कयास लगाए जा रहे है। माना जा रहा है कि बीजेपी-एनसीपी(BJP-NCP) मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना सकते हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना (Shivsena), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस (Congress) के गठबंधन महाविकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) की सरकार है. हाल ही में हुए कैबिनेट विस्तार के बाद से गठबंधन के नेताओं की नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं।
वहीं शरद पवार ने पीएम मोदी से हुई मीटिंग को लेकर कहा कि यह आधिकारिक मुलाकात थी। इसमें कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को लिखे गए पत्र के संबंध में उन्होंने पीएम से मिलने का समय मांगा था.शरद पवार ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था जिसमें को ऑपरेटिव बैंकों की आरबीआई द्वारा निगरानी के मसले का जिक्र किया गया था. पवार ने पीएम मोदी से कहा कि यह राज्य के अधिकारों में दखल देने जैसा है. को ऑपरेटिव बैंक राज्य सरकार के तहत आते हैं.
बता दें कि हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है, जिसमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस(Devendra Fadnavis) को मुख्य दावेदार माना जा रहा था। लेकिन फडणवीस केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं बने। इसका मतलब साफ है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण कभी बन रहे हैं कभी बिगड़ रहे हैं. शिवसेना ने साफ कहा है कि वह अब भी वहीं पर खड़े होकर इंतजार कर रही है जहां से बीजेपी ने उसका साथ छोड़ा था. मतलब राज्य में जब भी बीजेपी-शिवसेना सरकार बनेगी तो वही 50-50 का फॉर्मूला होगा. मतलब देवेंद्र फडणवीस शिवसेना के साथ गठबंधन में मुख्यमंत्री नहीं बन सकते।