प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और फ्रांस (France) के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (President Emmanuel Macron) ने बुधवार को दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों (Trade and investment relations) को बढ़ाने का आह्वान किया. इस दौरान दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत तथा विभिन्न वैश्विक मंचों और पहलों में अपने जुड़ाव को और गहरा करने के लिए प्रतिबद्धता जताई. अपनी व्यापक वार्ता के बाद, दोनों नेताओं ने यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कार्रवाई करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया कि वैश्विक एआई क्षेत्र सार्वजनिक हित में लाभकारी सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय परिणाम ला सके.
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 10-12 फरवरी 2025 के दौरान हुई फ्रांस यात्रा कई महत्वपूर्ण समझौतों और साझेदारियों के साथ संपन्न हुई. इस यात्रा ने भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक सहयोग को और मजबूत किया, खासकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), न्यूक्लियर एनर्जी और इनोवेशन जैसे क्षेत्रों में.
प्रमुख समझौते और घोषणाएं
1. भारत-फ्रांस कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) घोषणा
भारत और फ्रांस ने Artificial Intelligence (AI) के क्षेत्र में एक संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता AI अनुसंधान, नवाचार और डेटा सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देगा. दोनों देश AI के नैतिक और जिम्मेदार उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए नीति-निर्माण में सहयोग करेंगे.
2. भारत-फ्रांस इनोवेशन 2026 का लोगो लॉन्च
प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संयुक्त रूप से ‘इंडिया-फ्रांस इयर ऑफ इनोवेशन 2026’ का आधिकारिक लोगो लॉन्च किया. यह पहल दोनों देशों के वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और स्टार्टअप्स के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई है.
3. न्यूक्लियर एनर्जी में सहयोग: एडवांस्ड मॉड्यूलर और स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर
दोनों देशों ने Advanced Modular Reactors (AMRs) और Small Modular Reactors (SMRs) के क्षेत्र में साझेदारी स्थापित करने के लिए एक इरादे की घोषणा (Declaration of Intent) पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता साफ और सतत ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा.
4. न्यूक्लियर साइंस और टेक्नोलॉजी में सहयोग
भारत के परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) और फ्रांस के CEA (न्यूक्लियर एनर्जी और वैकल्पिक ऊर्जा आयोग) के बीच “Implementing Agreement” पर हस्ताक्षर हुए. इसके तहत भारत के Global Centre for Nuclear Energy Partnership (GCNEP) और फ्रांस के Institute for Nuclear Science and Technology (INSTN) के बीच अनुसंधान और प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया जाएगा.
सोमवार को फ्रांस पहुंचे थे पीएम मोदी
बता दें कि पीएम मोदी सोमवार को फ्रांस पहुंचे और मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता भी की. यह मोदी की फ्रांस की छठी यात्रा है और मैक्रों की जनवरी 2024 में भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में भारत यात्रा के बाद है. दोनों नेताओं ने यहां अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर सुविधा का भी दौरा किया. दोनों नेताओं ने न्यायसंगत और शांतिपूर्ण अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने, वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने और तकनीकी और आर्थिक क्षेत्रों सहित उभरते विकास के लिए दुनिया को तैयार करने के लिए सुधारित और प्रभावी बहुपक्षवाद के लिए अपने आह्वान को दोहराया.
टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र पर भी चर्चा
दोनों नेताओं ने भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता की पुष्टि की और कहा कि पिछले 25 वर्षों में यह लगातार एक बहुआयामी संबंध के रूप में विकसित हुआ है. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार शाम फ्रांस के राष्ट्रपति विमान में पेरिस से मार्सिले पहुंचे और यहां द्विपक्षीय संबंधों तथा प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों के पूरे दायरे पर चर्चा की. इसके बाद मार्सिले पहुंचने पर प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. दोनों नेताओं ने रक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष के रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की. उन्होंने टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की.
10 भारतीय स्टार्टअप की मेजबानी के लिए समझौते पर हस्ताक्षर
फ्रांसीसी स्टार्ट-अप इनक्यूबेटर स्टेशन एफ में 10 भारतीय स्टार्टअप की मेजबानी के लिए एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए, जबकि उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टरों और छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों पर साझेदारी की स्थापना पर आशय घोषणा पर हस्ताक्षर किए गए. अन्य परिणामों में परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) और फ्रांस के कमिसारीट ए एल एनर्जी एटॉमिक एट ऑक्स एनर्जीज अल्टरनेटिव्स (सीएई) के बीच ग्लोबल सेंटर फॉर न्यूक्लियर एनर्जी पार्टनरशिप (जीसीएनईपी) के साथ सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन का नवीनीकरण शामिल है. भारत के डीएई और फ्रांस के सीईए के बीच जीसीएनईपी इंडिया और फ्रांस के परमाणु विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएनएसटीएन) के बीच सहयोग के संबंध में एक समझौते का कार्यान्वयन हुआ.