बिहार विधानमंडल में आज पांचवे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन के बाहर आज फिर से लेफ्ट के विधायकों ने हंगामा किया है। लेफ्ट के विधायक हाथों में पोस्टर लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे। उन्होंने किसानों को फ्री में बिजली देने के साथ ही स्वच्छताग्रही का मानदेय बढाने की मांग सरकार से की है।

विपक्ष के विधायकों का कहना था कि पूरे बिहार में हजारों मजदूर हैं जिनके 12-12 घंटे काम करने के बाद भी सरकार उन्हें मात्र 15 सौ से तीन हजार रुपए दे रही है। पिछले 18 महीने से उनका पैसा बकाया है। बिहार में एक दैनिक मजदूर की मजदूरी 368 रुपया है, दैनिक न्यूनतम मजदूरी भी इन्हें नहीं दी जा रही है। सरकार प्रत्येक स्वच्छताग्राही को कम से कम 18 हजार रुपए मानदेय करे और उन्हें नियमित कर उनकी सेवा को 60 साल तक किया जाए।
वहीं राज्य के किसानों को सिंचाई में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सरकार किसानों को फ्री बिजली की व्यवस्था करे। देश के पांच राज्यों में किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए सरकार द्वारा फ्री बिजली दी जा रही है तो बिहार सरकार भी किसानों के लिए बड़ा दिल दिखाए। बिहार और केंद्र में डबल इंजन की सरकार है। फंड की कहीं कोई कमी नहीं है। डबल इंजन की सरकार चाहे तो किसानों को फ्री में बिजली दे सकती है।