एक दौर था जब बॉलीवुड की हर एक्ट्रेस चाहती थी कि लता मंगेशकर उनके लिए गाना गाए. अब ये ख्वाहिश होना लाजमी भी था. स्वर कोकिला को अपनी आवाज कौन नहीं बनाना चाहेगा. बीते जमाने की अदाकारा बिंदू ने भी यही सपना देखा था. उनका ये सपना पूरा भी हुआ था. लता मंगेशकर ने उनके लिए करीबन 12 गाने गाए थे. बिंदू ने लता दीदी को याद करते हुए उनसे अपनी पहली मुलाकात का जिक्र किया. साथ ही स्वर कोकिला की सिंगिंग सीक्रेट का भी खुलासा किया.
खराश ना हो इसलिए क्या करती थीं लता?
बिंदू बोलीं- लता जी गाने से पहले विक्स वेपोरब की गोली अपने मुंह में दबाती थीं. ताकि आवाज अच्छी हो, बिल्कुल भी खराश ना हो. उससे आवाज साफ हो जाती थी. गाने की एक रिकॉर्डिंग के वक्त उन्होंने गोली खाई मुझे भी दी. फिर ब्रेक हुआ. ब्रेक के बाद फिर उन्होंने वापस से गोली खाई और मुझे भी दी. मैंने कहा- मुझे क्यों दे रहीं ये गोली, गा तो आप रही हैं. उन्होंने कहा नहीं तुम खाओ. उसके बाद हमारी बहुत बार मुलाकात हुई. मैं उनकी अच्छी अच्छी रिकॉर्डिंग सुनने को जाती थी.
कैसे हुई थी लता मंगेशकर से पहली मुलाकात?
लता जी ने मेरे लिए फिल्म अनपढ़ में गाया था. मैं उनसे मिलना चाहती थी. फिर लक्ष्मीकांत प्यारेलाल जी मेरे बहनोई बन गए तो लता जी से मिलना हो पाया. मेरे घर के पास ही रिकॉर्डिंग स्टूडियो था. एक दिन लक्ष्मीकांत जी मुझसे लता जी की रिकॉर्ड पर चलने को कहा. मैं वहां पहली बार लता जी से मिली. दो लंबी लंबी चोटियां, कानों में डायमंड ईयरिंग्स. लक्ष्मीकांत जी ने मुझे उनसे मिलवाया. मैंने लता जी कहा कि आपने मेरे लिए फिल्म अनपढ़ में गाना गाया था. उन्हें पता नहीं था कि स्क्रीन पर दिखी वो लड़की मैं ही थी. वो मुझसे मिलकर बहुत खुश हुई थीं.
बिंदू ने लता मंगेशकर के गाने के मॉड्यलेशन की तारीफ की. वो कहती हैं- लता मंगेशकर ऐसे गाती थीं मानो लगता था चिड़ियों ने चहकना शुरू कर दिया. फूलों ने महकना शुरू कर दिया. मां सरस्वती उनमें बसी हुई थी.