लंबे समय से LAC (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। सोमवार को भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच गलवान घाटी पर झड़प देखने को मिली। जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव और ज्यादा बढ़ गया है लेकिन इस बीच दोनों देश ही शांति की बात कर रहे है। भारत ने इस तनाव को चीन के साथ सुलझाने की बात कही है। तो वहीं चीन भी विवाद को खत्म करने की बात कह रहा है लेकिन दूसरी ही तरफ चीन की स्टेट मीडिया भारत को लगातार युद्ध की धमकी दे रही है। इतना ही नहीं, चीन की मीडिया ने भारत को चेतावनी दी है कि अगर भारत चीन के साथ युद्ध करता है तो उसे तीनों सीमाओं पर एक साथ युद्ध करना होगा।
तीनों देशों से युद्ध की चेतावनी
दरअसल चीन के एक्सपर्ट ने दावा किया कि अगर भारत युद्ध का विकल्प चुनता है तो उसे इस बार एक साथ तीन मोर्चें चीन, पाकिस्तान और नेपाल के साथ युद्ध करना पड़ सकता है। चीनी सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में शंघाई एकेडमी ऑफ़ सोशल साइंस के इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंटरनेशनल रिलेशन में रिसर्च फेलो हू झियोंग ने एक लेख लिखा। इस लेख में दावा किया गया कि भारत अगर चीन के साथ युद्ध करता है तो उसे आर्थिक मोर्चे पर काफी ज्यादा नुकसान होगा। इसके साथ ही उसे एक साथ कई युद्ध लड़ने पड़ेंगे। भारत को बीते कुछ दिनों से अपने पड़ोसी देशों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान से पहले ही रिश्ते खराब है और नेपाल के साथ भी सीमा विवाद शुरू हो गया।
नेपाल-पाक भी देगा चीन का साथ
इसके आगे एक्सपर्ट ने कहा गया कि पाकिस्तान और नेपाल के अलावा बंग्लादेश के साथ ही भारत के रिश्ते ठीक नहीं चल रहे। बांग्लादेश ने भारत के नागरिकता संशोधन कानून पर आपत्ति जताई थी। इतना ही नहीं, लॉकडाउन के वजह से भारत की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर देखा गया है। भारत की आक्रमक नीतियों से कोई खुश नहीं है और इसी वजह से अब चीन के साथ भी विवाद शुरू हो गया है। इन दिनों भारत अपनी तीनों सीमा पर घिरा हुआ है। पाकिस्तान और चीन के रिश्ते पिछले कुछ सालों से ठीक है और नेपाल और चीन के रिश्ते भी अब लगातार अच्छे चल रहे है। जिस वजह से अगर अब भारत युद्ध की सोचता भी है तो उसे तीनों मोर्चों पर लड़ना होगा। और ऐसा कोई भी देश की सेना नहीं कर सकती।
हालांकि ग्लोबल टाइम्स में इसके अलावा भी भारत को चेतावनी देते हुए एक लेख लिखा गया था। इस लेख में चाइना के सामान के बायकोट को भारत के लिए खतरनाक बताया गया था। और साथ ही धमकी भरे लहजें में कहा गया था कि भारत को यह समझना होगा कि चीन का संयम कमजोर नहीं है। चीनी मीडिया ने लिखा कि कोरोनो वायरस महामारी के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था को बड़ी अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है। इस वर्ष अर्थव्यवस्थाओं पर बढ़ते दबाव के बीच यदि चीन और भारत सीमा तनाव को कम नहीं करते हैं तो दोनों तरफ के आर्थिक विकास को निश्चित ही भारी नुकसान होगा।