सीबीआई ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए Kilo-class की पनडुब्बी के आधुनिकीकरण से संबंधित गोपनीय जानकारी लीक करने के आरोप में दो रिटायर्ड और एक सेवारत भारतीय नौसेना अधिकारी को गिरफ्तार किया है।
Kilo-class की जानकारी दुश्मन को बेचने का आरोप
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक सेवारत नौसेना अधिकारी दो रिटायर्ड अधिकारियों को जानकारी लीक कर रहा था, जिसमें एक कमोडोर रैंक का अधिकारी भी शामिल था। कुछ समय से सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों की गतिविधियों की निगरानी कर रही खुफिया एजेंसियों से गुप्त सूचना मिलने के बाद सीबीआई ने ऑपरेशन शुरू किया।
जानकारों के मुताबिक सेवारत अधिकारी मुंबई में तैनात हैं और उन्हें वहीं से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, जानकारी लीक दिल्ली में हुई। इस बीच, भारतीय नौसेना ने भी वाइस एडमिरल के तहत मामले की जांच का आदेश दिया है ताकि यह पता चल सके कि क्या इस तरह के और लीक हुए हैं और उन्हें कैसे रोका जा सकता है।
इस कड़ी में शीर्ष जानकारों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि पिछले महीने घटनाक्रम के बाद नौसेना ने जानकारी लीक की जांच के लिए वाइस एडमिरल और रियर एडमिरल के तहत एक उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया और भविष्य में ऐसी किसी भी घटना को रोकने के तरीकों की तलाश भी की गई थी।