Breaking News

खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने अमित शाह और CRPF स्कूलों को लेकर फिर दी गीदड़-भभकी

खालिस्तानी आतंकवादी (Khalistani terrorist) गुरपंतवंत सिंह पन्नू (Gurpantwant Singh Pannu) ने एक बार फिर गीदड़-भभकी (Jackal-snarling) दी है। पन्नू ने इस बार सीआरपीएफ स्कूलों (CRPF schools) के बंद का आह्वान किया है। इसके अलावा उसने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah.) की विदेश यात्रा के बारे में खुफिया जानकारी देने वाले के बारे में इनाम का भी ऐलान किया है। गौरतलब है कि अमित शाह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सर्वेसर्वा हैं। पन्नू का बयान उस वक्त आया है जब दिल्ली के रोहिणी स्थित स्कूल में धमाके के लिए खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने जिम्मेदारी ली है।

खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने कहा है कि केंद्रीय गृहमंत्री सीआरपीएफ के मुखिया हैं। वही हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए लोगों को हायर करने और न्यूयॉर्क में उसकी हत्या की साजिश रचने के लिए जिम्मेदार हैं। पन्नू ने धमकी दी है कि अमित शाह के विदेश दौरे के बारे में जो भी खुफिया जानकारी देगा, उसे एक मिलियन डॉलर का इनाम दिया जाएगा। इसके अलावा पन्नू ने छात्रों और पैरेंट्स से सीआरपीएफ स्कूलों के बहिष्कार की अपील की है। उसका कहना है कि सीआरपीएफ अमृतसर में गोल्डन टेम्पल पर हमले के लिए जिम्मेदार है। उसका कहना है कि सीआरपीएफ ही 1984 में सिख दंगों के लिए भी जिम्मेदार है।खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने दावा किया है कि पंजाब के शीर्ष अधिकारी रहे केपीएल गिल और रॉ के पूर्व अधिकारी विकास यादव कई दंगों के लिए जिम्मेदार रहे हैं। इसमें पंजाब और विदेशों में सिखों को मारे जाने की घटनाएं भी शामिल हैं। गौरतलब है कि केपीएस गिल की 2017 में मौत हो गई थी। गौरतलब है कि खालिस्तानी पन्नू अक्सर भारत को लेकर गीदड़-भभकी देता रहा है। बीते दिनों उसने लोगों से कहा था कि एयर इंडिया के विमान में यात्रा न करें। इसके अलावा पहले भी वह इस तरह धमकियां दे चुका है।

गौरतलब है कि अमेरिका ने पिछले साल अमेरिकी धरती पर पन्नू की हत्या की कथित नाकाम ाजिश में भारत के पूर्व सरकारी अधिकारी विकास यादव की संलिप्तता का आरोप लगाया है। भारत ने आरोपों की जांच के लिए एक उच्च तकनीकी समिति गठित की है। वहीं, पिछले साल सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभवत: संलिप्तता थी। उनके आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में अत्यधिक तनाव में आ गया। हालांकि भारत ने इस आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।