असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Chief Minister Himanta Biswa Sarma) इन दिनों झारखंड (Jharkhand) में बीजेपी (BJP) के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं. उन्हें सूबे में पार्टी अभियान का सह-प्रभारी बनाया गया है. गुरुवार को हिमंत बिस्वा सरमा ने जेएमएम (JMM) पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “तुष्टिकरण की राजनीति के लिए JMM की सरकार ने केवल घुसपैठियों और अतिक्रमणकारियों के हित में काम किया है. जब बीजेपी की सरकार बनेगी, तो हम लात मार-मारकर घुसपैठियों को राज्य से बाहर निकालेंगे.”
सीएम सरमा ने आगे कहा, “वोट के तुष्टिकरण के लिए घुसपैटियों को बुलाया जाता है. पूरे सरकार में घुसपैटिए घुस चुके हैं. झारखंड में जो हेमंत सोरेन की सरकार चलती है, ये लोग घुसपैटियों को हटाने का काम नही करते हैं.”
‘जिस तरह बाबर को हिलाकर…’
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “आज जमशेदपुर पश्चिम में क्या हो रहा है. धीरे-धीरे जमशेदपुर की डेमोग्रेफी में परिवर्तन हो रहा है. जेएमएम और कांग्रेस की ताकत क्या है? आपका वोट उनको नहीं चाहिए, उनको एक विशेष वर्ग का वोट चाहिए. इसीलिए ये लोग आपका काम नहीं करते हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या में जैसे हमने बाबर को हिलाकर राम मंदिर बनाने का काम किया है. ऐसे ही देश के कोने-कोने में जो बाबर बसे हुए हैं, इनको लात मार-मारकर निकालने का समय आ गया है.
पेपर लीक का मुद्दा
हिमंत बिस्वा सरमा ने बीजेपी उम्मीदवार मीरा मुंडा (पोटका निर्वाचन क्षेत्र) और पूर्णिमा दास साहू (जमशेदपुर पूर्व), जेडी(यू) उम्मीदवार सरयू रॉय (जमशेदपुर पश्चिम) और आजसू पार्टी के रामचंद्र साहिश (जुगसलाई) के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए, हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और खनिजों के दोहन का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों के हाल ही में लीक होने के संबंध में सीबीआई जांच शुरू की जाएगी.
सरमा ने कहा, “मैंने कई राज्यों का दौरा किया है और उनकी सरकारों को देखा है, लेकिन झारखंड की स्थिति, जिसमें लगातार प्रश्नपत्र लीक हो रहे हैं, चिंताजनक है.” उन्होंने झारखंड सरकार पर जरूरी सेवाएं देने में फेल रहने का आरोप लगाया और कहा कि मौजूदा प्रशासन आम लोगों की सेवा करने के बजाय “घुसपैठियों, माफिया और दलालों” द्वारा चलाया जा रहा है.
सरमा ने जोर देकर कहा कि हेमंत सोरेन सरकार जन कल्याण से ज्यादा निजी हितों पर केंद्रित है. उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है, तो वह हिंदुओं, आदिवासियों और गरीबों का प्रतिनिधित्व करने वाली सरकार बनाएगी.