17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है और 9 दिनों तक चलने वाले इस त्यौहार के दौरान कई तरह के शुभ कार्य संपन्न किए जा सकते हैं. इनमें से एक है गृह प्रवेश. अपने नए घर में प्रवेश के लिए नवरात्रि से बेहतर और कौन से दिन होंगे. मां को समर्पित इन नौ दिनों में गृह प्रवेश से आपके घर में सदैव खुशहाली बनी रहेगी और घर में सुख, समृद्धि का वास रहेगा. लेकिन गृह प्रवेश के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना भी बेहद ज़रुरी होता है. अगर आप वाकई इन बातों का ध्यान रखेंगे तो कलह, कलेश से दूर आप दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करेंगे.
रखें इन बातों का खास ध्यान गृह प्रवेश के दौरान कलश में जल भरें और उसमें 8 आम की पत्तियां ज़रुर रखें.कलश पर स्वास्तिक का निशान ज़रुर बनाएं। ये शुभता का प्रतीक माना जाता है. नवरात्रि में कलश के साथ-साथ नारियल, हल्दी, गुड़, चावल भी ज़रुर लें. गृह प्रवेश पति व पत्नी को एक साथ करना चाहिए। पति दाहिना पैर तो पत्नी बायां पैर आगे रखें. जब गृह प्रवेश हो जाए तो गंगाजल के साथ हल्दी और चावल का छिड़काव पूरे घर में करें.
नए घर में प्रवेश करें तो सबसे पहले मंदिर में भगवान गणेश, दक्षिणावर्ती शंख और श्रीयंत्र की स्थापना करें. घर की उत्तर पूर्व दिशा में जल से भरा हुआ एक कलश रख दें. जब भी नए घर की रसोई में प्रवेश करें तो गुड़ का एक टुकड़ा वहां रखें. गृह प्रवेश की पूजा किसी ब्राह्मण से कराए और उन्हें भोजन कराकर दान दक्षिणा ज़रुर दें. नवरात्रि में गृह प्रवेश के दौरान कराएं पाठ इस बार नवरात्रि के दौरान गृह प्रवेश करने जा रहे हैं तो दुर्गा सप्तशती का पाठ कराया जा सकता है. इससे मां दुर्गा प्रसन्न होंगी और उनका आशीर्वाद सदैव आप पर बना रहेगा. इसके अलावा रामचरित मानस का पाठ भी कराया जा सकता है.