टी-20 विश्व कप 2021 में टीम इंडिया का फ्लॉप शो न्यूजीलैंड के खिलाफ भी जारी रहा। टीम के बल्लेबाजों में पवेलियन लौटने की होड़ रही और कीवी बॉलर्स के आगे भारतीय बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। रोहित शर्मा, केएल राहुल और खुद कप्तान विराट कोहली भी अपने नाम के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके और बाकी कसर टीम के गेंदबाजों ने पूरी कर दी। भारत इस अहम मुकाबले में किसी भी समय न्यूजीलैंड पर हावी नजर नहीं आया और केन विलियमसन ने टीम इंडिया के खिलाफ फटाफट क्रिकेट के वर्ल्ड कप में कभी ना हारने का रिकॉर्ड भी कायम रखा है। इस हार के साथ ही कोहली की सेना के लिए सेमीफाइनल के दरवाजे लगभग बंद हो चुके हैं। आइए आपको बताते हैं किन पांच वजहों से दुबई में मिली टीम इंडिया को शर्मनाक हार।
फिर टॉस हारे कप्तान कोहली
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम के रिकॉर्ड को देखते हुए टॉस की भूमिका इस मैच में काफी अहम मानी जा रही थी। पाकिस्तान की तरह ही न्यूजीलैंड के खिलाफ भी टॉस के मामले में कोहली की किस्मत ने साथ नहीं दिया। केन विलियमसन ने मैदान के रिकॉर्ड को देखते हुए बिना कुछ सोचे पहले गेंदबाजी करने का फैसला कर लिया। दुबई में रनों का पीछा करते हुए आखिरी 16 टी-20 मैच में यह 15वीं जीत रही। टॉस अगर भारत के पक्ष में गिरता तो शायद मैच की कहानी और रिजल्ट दोनों कुछ और ही हो सकता था।
बैटिंग ऑर्डर को चेंज करने की भूल
कप्तान विराट कोहली ने इस मैच में हर किसी को अपने बैटिंग ऑर्डर से चौंकाया और रोहित शर्मा को नंबर तीन पर खिलाने का फैसला किया। बतौर ओपनिंग जोड़ी भारतीय कप्तान ने केएल राहुल और इशान किशन की जोड़ी को मैदान पर उतारा। इशान-राहुल कैप्टन की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके और 2.5 ओवर में महज 11 रन ही जोड़ पाए। हिटमैन नंबर तीन पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और वह भी सिर्फ 14 रन बनाकर चलते बने। बैटिंग ऑर्डर में इस बदलाव से टीम इंडिया को फायदे से ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा। नंबर तीन पर ना तो हिटमैन का बल्ला बोला और खुद विराट भी चौथे नंबर पर फेल रहे।