पंजाब में सरकारी बसों में सफर करने वाली महिलाओं के लिए एक अच्छी खबर है। पनबस-पी.आर.टी.सी. ठेका कर्मचारी संघ ने 24 फरवरी को राज्य भर के बस अड्डों को बंद करने के अपने एक्शन प्लान को फिलहाल वापस ले लिया है।
यूनियन का कहना है कि वह पंजाब सरकार को एक और मौका दे रहे हैं क्योंकि रविवार को छुट्टी वाले दिन अधिकारियों ने एक विशेष बैठक बुलाकर उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, यूनियन नेताओं ने साफ कर दिया है कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया इस में फेरबदल किया गया तो वह आने वाले दिनों में पूरे पंजाब के बस अड्डे बंद करेंगे। यूनियन के प्रधान रेशम सिंह और जनरल सचिव शमशेर सिंह ने कहा कि सरकार बनी को 3 साल हो चुके है पर अब तक ठेका कर्मचारियों को पक्का करने के लिए कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं की गई। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ठेका कर्मचारियों की मांगों को लेकर नजरअंदाज कर रही है। अधिकारियों और नेताओं के साथ कई बार समझौते होने के बावजूद पनबस-पी.आर.टी.सी. मांगों को लेकर टाल-मटोल करती है, जिस कारण यूनियन को बार-बार संघर्ष करने का रास्ता अपनाने में मजबूर होना पड़ता है।
शमशेर सिंह ने कहा कि इस संबंध में यूनियन ने 24 फरवरी को बस स्टैंड बंद करने सहित पटियाला में राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी, लेकिन अचानक बुलाई गई बैठक के बाद अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि अनुबंधित कर्मचारियों की मांगों के संबंध में जल्द ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।