बिहार में मॉनसून इन दिनों पूरी तरह से सक्रिय है और बीते बुधवार व गुरुवार को हुई भारी बारिश ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया। एक ओर जहां यह बारिश खेतों के लिए वरदान बनी, वहीं दूसरी ओर वज्रपात यानी lightning strike से 19 लोगों की जान चली गई, जिससे कई परिवारों में मातम पसर गया। इस बारिश ने राजधानी पटना सहित सारण, गया, शेखपुरा, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, भोजपुर और अरवल जैसे जिलों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया।
Indian Meteorological Department (IMD) Patna के मुताबिक 19 जुलाई तक भारी बारिश की कोई चेतावनी नहीं है। हालांकि कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है और अधिकतर क्षेत्रों में weather improvement देखने को मिलेगा। इस सप्ताह मॉनसून की सक्रियता ने बिहार में झमाझम बारिश हुई है। अकेले औरंगाबाद में 141 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि गया, जमुई, रोहतास, बांका, भभुआ और बेगूसराय जैसे जिलों में भी 130 से 140 मिमी के बीच बारिश दर्ज हुई।
राज्य के अधिकांश जिलों में इस हफ्ते 50 से 141 मिमी के बीच बारिश दर्ज की गई, जिससे स्पष्ट है कि monsoon intensity in Bihar चरम पर है।
पटना में अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री और न्यूनतम 25.6 डिग्री रहा, जबकि वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 59 दर्ज हुआ। गया में अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री और AQI 68 रहा। पूर्णिया में तापमान 34.4 डिग्री के साथ AQI सबसे कम 48 रहा, जिससे वहां की हवा अपेक्षाकृत साफ रही। भागलपुर में AQI 70 के साथ सबसे अधिक प्रदूषण स्तर रिकॉर्ड किया गया।