गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। 160 नामों की इस सूची में कांग्रेस के कई बागी शामिल हैं। खास बात है कि साल 2017 विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के 19 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था औऱ बाद में भाजपा का दामन थामा था। राज्य में 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मदतान होगा। जबकि, 8 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
भाजपा ने पाटीदार आंदोलन का मुख्य चेहरा रहे हार्दिक पटेल को भी वीरमगाम सीट से मैदान में उतारा है। हालांकि, वह अकेले नहीं है, जिन्हें कांग्रेस से आने के बाद भाजापा का टिकट मिला है। कांग्रेस के 19 में से कम से कम 10 विधायकों या उनके परिजनों को टिकट दिए गए हैं। कांग्रेस विधायकों की तरफ से खाली की गई दो और सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों का ऐलान होना बाकी है.
इन्हें मिला टिकट
हर्षद रिबाडिया, भगवान बराड, जेवी काकड़िया, जीतू चौधरी, अश्विन कोटवाल, अक्षय पटेल, प्रद्युम्न जडेजा, 10 बार के कांग्रेस विधायक मोहनसिंह राठवा के बेटे राजेंद्र सिंह को टिकट दिया गया है। कुंवरजी बावलिया और जवाहर चावड़ा। दल बदलने वाले 9 अन्य नेताओं को भी टिकट दिए गए हैं। इनमें हार्दिक, जयेश रडाडिया, कनु पटेल (करमसिंह पटेल के बेटे), मणिभाई वाघेला, मनीष चौहान और कुंवरजी हलपती का नाम शामिल है।
खास बात है कि गुजरात में 2017 विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ने वाले बलवंतसिंह राजपूत को राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह हार गए थे।
ओबीसी को 49 और पटेलों को मिले 40 टिकट
भाषा के अनुसार, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने सूची जारी करते हुए कहा कि भाजपा ने 38 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिए हैं। उन्होंने दावा किया कि ज्यादातर सीटों पर मौजूदा विधायकों की सहमति से ही अन्य उम्मीदवार को उतारा गया है। पार्टी ने एक दिसंबर को पहले चरण की 89 सीटों के लिए 84 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं तथा पांच दिसंबर को दूसरे चरण के चुनाव वाली 93 सीटों में से 76 पर उम्मीदवारों की घोषणा की है।
भाजपा द्वारा घोषित 160 उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 49 टिकट अन्य पिछड़ा वर्ग को दिए गए हैं। इसके बाद प्रभावशाली समुदाय पटेल को 40, अनुसूचित जनजाति को 24, अनुसूचित जाति को 13, क्षत्रिय को 19, ब्राह्मणों को 13 टिकट दिए गए हैं। जैन समुदाय को दो टिकट दिए गए हैं।