हरियाणा की BJP सरकार हुनर रखने वाले युवाओं को विदेश भेजने की तैयारी कर रही है. अब सरकार इन युवाओं को विदेशों में नौकरी दिलवाएगी. इजरायल में निर्माण क्षेत्र के 225 युवाओं को शानदार वेतनमान पर नौकरियां दिलाने के बाद राज्य सरकार अब जर्मनी, यूके, नीदरलैंड और दुबई में भी प्रदेश के युवाओं के लिए नौकरियों के मौके ढूंढ रही है. इसके लिए राज्य सरकार (Haryana Govt) का विदेश सहयोग विभाग एक्टिव हो गया है.
गंभीरता से काम कर रहा विदेश सहयोग विभाग
तंजानिया में राज्य के प्रतिभावान युवाओं को उनके नये स्टार्ट अप शुरु कराने मे सहायता के लिए भी विदेश सहयोग विभाग पूरी गंभीरता के साथ कार्यरत है. भारत सरकार और इजरायलय के बीच मोबिलिटी एमओयू के तहत राज्य के युवाओं को इजरायल भेजा जा चुका है. इन युवाओं के लिए जरुरी दस्तावेज उपलब्ध कराने से लेकर उनकी जांच, मेडिकल परीक्षण और हर तरह के टेस्ट कराने तक की पूरी प्रक्रिया में राज्य सरकार ने मदद की है. लगभग 1 हजार युवाओं में से पहले चरण में 225 युवाओं को सलेक्ट कर उन्हें इजरायलय भेज दिया गया है.
इजराइल भेजने की प्रक्रिया रहेगी जारी
वहां पर जहां उन्हें हर महीने 1.37 लाख रुपये न्यूनतम वेतन मिलेगा. शटरिंग, टाइल, प्लास्टर और मिस्त्री के काम से जुड़े इन युवाओं का इजरायल में नौकरी का कॉन्ट्रैक्ट फिलहाल 1 साल के लिए है, जिसे 63 महीने यानी सवा 5 साल तक बढ़ाया जा सकता है. ओवर टाइम को लेकर वेतन की यह राशि डेढ़ से 2 लाख रुपये मासिक हो सकती है. हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग के सलाहकार पवन चौधरी के मुताबिक इजरायल में प्रशिक्षित युवाओं को भेजने की यह प्रक्रिया चलती रहेगी.
52 युवाओं को भेजा गया पश्चिमी अफ्रीका
पवन चौधरी का कहना है कि स्वास्थ्य देखभाल, चालक और कृषि क्षेत्र में कार्य के लिए हरियाणा सरकार क़े विदेश सहयोग विभाग व जर्मनी, कुवैत, यूके, नीदरलैंड और दुबई से बातचीत भी चल रही है. जैसे ही वहां से मांग भेजी जाएगी हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से ऐसे युवाओं को विदेश भेजने के लिए रिक्तियां निकाली जाएंगी. इस प्रकार हरियाणवी युवा विदेश में जाकर भी अपनी प्रतिभा दिखा पाएंगे. मुख्यमंत्री के ओएसडी के अनुसार हरियाणा के 52 युवाओं को पश्चिमी अफ्रीका में स्टार्टअप के लिए भेजा जा चुका है.
इस साल जुलाई में भी नये स्टार्टअप के लिए तंजानिया से बात जारी है. कृषि, आटो पार्ट, गत्ते की फैक्टरियां और रेडीमेड कपड़े के क्षेत्र में भी नये स्टार्टअप शुरू किए जाने की संभावनाएं खोजी जा रही है. इनमें से गत्ते बनाने की फैक्टरियां व रेडीमेड कपड़ों के स्टार्ट अप के काम पहले से भी चल रहें है.