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चंडीगढ़ की 6 वर्षीय जियाना गर्ग ने FIDE रेटिंग में पहला स्थान हासिल कर रचा इतिहास, बनी दुनिया की इकलौती छात्र खिलाड़ी

पंजाब- हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ की रहने वाली एक नन्ही बच्ची जियाना गर्ग ने अपनी विशेष काबिलियत की बदौलत सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं. उन्होंने इंटरनेशनल FIDE (वर्ल्ड शतरंज फेडरेशन) रेटिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. जिस उम्र में बच्चे खिलौनों के साथ खेलने में मस्त रहते हैं, उस उम्र में जियाना ने इतिहास रच दिया है. स्ट्राबेरी फील्ड्स हाई स्कूल की छात्रा जियाना की आयु 5 साल, 11 महीने हैं. उन्होंने अपनी इस सफलता से स्कूल, परिजनों और चंडीगढ़ का नाम रोशन कर दिया है.

Jiyana Garg

3 साल की उम्र में ज्वाइन की कक्षा

चंडीगढ़ चेस एसोसिएशन के उपप्रधान और वर्ल्ड चेस फेडरेशन से सर्टिफाइड कोच नवीन बंसल ने बताया कि जियाना गर्ग की फैमिली सेक्टर- 23 में रहती है. इनके बड़े भाई अयान गर्ग राष्ट्रीय प्रतियोगिता में दो पदक जीत चुके हैं. उन्होंने बताया कि मात्र 3 साल की आयु में जियाना अपने भाई के साथ चेस की कक्षा में आने लगी थी.

FIDE वेबसाइट पर दिखी रैंकिंग

जियाना गर्ग की नंबर- 1 रेटिंग, जो 1 मई को FIDE वेबसाइट पर दिखाई गई वह 1558 है. वह विश्व की इकलौती छात्र खिलाड़ी हैं, जिन्हें 5 साल, 11 महीने की उम्र में रेटिंग मिली है. जियाना ने भी बड़े भाई की तरह शतरंज खिलाड़ी बनने का निश्चय किया है.

वहीं, बेटी जियाना गर्ग की इस उपलब्धि पर परिजनों में खुशी की लहर छाई हुई है. उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. हर कोई बेटी की सराहना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना कर रहा है. जियाना के माता- पिता ने कहा कि बेटी को शतरंज खिलाड़ी बनाने में हर कदम पर सहयोग किया जाएगा. हमें अपनी बेटी की उपलब्धि पर गर्व महसूस हो रहा है.