जर्मनी की संसद में मंगलवार को दूसरे दौर के मतदान में जीत दर्ज करके फ्रेडरिक मर्ज देश के चांसलर बन गए। हालांकि कुछ घंटे पहले ही हुए मतदान के पहले दौर में उन्हें ऐतिहासिक हार का सामना करना पड़ा था। वह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहले दौर के मतदान में हारने वाले पहले चांसलर बन गए हैं।
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रेडरिक को चांसलर बनने पर बधाई दी है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘मैं भारत और जर्मनी की सामरिक साझेदारी को और प्रगाढ़ करने के लिए मिलकर काम करने की उम्मीद करता हूं।’
कंजरवेटिव नेता फ्रेडरिक को यह भरोसा रहा कि वह पहले दौर के मतदान में ही आसानी से जीत दर्ज करके द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जर्मनी के 10वें चांसलर बन जाएंगे, लेकिन वह पहले दौर में हार गए।
फ्रेडरिक को दूसरे दौर के मतदान में 325 मत मिले
फ्रेडरिक को दूसरे दौर के मतदान में 325 मत मिले। गुप्त मतदान में उन्हें 630 में से 316 मतों के बहुमत की आवश्यकता थी, लेकिन पहले दौर के मतदान में उन्हें 310 मत ही प्राप्त हुए, जो उनके गठबंधन के पास मौजूद 328 सीटों से कम था।
दूसरे दौर में दर्ज की जीत
संसद में दूसरे दौर के मतदान में जीत दर्ज करने के बाद 69 वर्षीय फ्रेडरिक राष्ट्रपति भवन पहुंचे। राष्ट्रपति फ्रैंक-वाल्टर स्टीनमेयर उन्हें औपचारिक तौर पर चांसलर नियुक्त करेंगे। इसके बाद वह पदभार ग्रहण करेंगे और यूनियन ब्लाक (सीडीयू/सीएसयू) एवं सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी द्वारा गठित नई सरकार का नेतृत्व करेंगे।