मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज किसान यूनियनों को कहा कि राज्य में सडक़ें रोक कर आम लोगों को बिना वजह परेशान न किया जाए।
आज यहां जारी एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान यूनियनें लोगों को अनावश्यक परेशान करने से गुरेज करें, नहीं तो लोग उनके खिलाफ खड़े हो जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अपने निजी हितों की ख़ातिर यूनियनों द्वारा सडक़ें रोक कर लोगों को तंग-परेशान किया जा रहा है जिससे लोगों का रोजाना का जीवन बुरी तरह प्रभावित होता है जोकि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है। मुख्यमंत्री ने यूनियनों से अपील की कि उनका दफ्तर, रिहायश, पंजाब भवन, पंजाब सिविल सचिवालय और कृषि मंत्री के दफ्तर के दरवाजे बातचीत के लिए हमेशा खुले हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान यूनियनों की तरफ से सडक़ें रोक कर आम लोगों को परेशान करके गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाया गया है जोकि पूरी तरह अनुचित और गैर-वाजिब है। उन्होंने किसान यूनियनों को सचेत करते हुये कहा, ‘‘यदि यूनियनों का यही रवैया रहा तो वह दिन दूर नहीं, जब आपको धरने के लिए आदमी नहीं मिलने।’’ मान ने कहा कि यूनियनों को आम व्यक्ति की भावनाओं का एहसास होना चाहिए और ऐसे हत्थकंडों से लोगों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूनियनों की तरफ से सडक़ें रोकने से आम लोगों को पेश आ रही दुख-तकलीफ़ों के बारे संवेदनशील होना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि समाज के प्रति किसान यूनियनों का यह गैर-जिम्मेदाराना रवैया अनुचित है। उन्होंने दोहराया कि समाज के हरेक वर्ग के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले हैं जिस कारण किसान यूनियनें सडक़ें बंद करके लोगों के लिए परेशानी खड़ी करने की बजाय सरकार के साथ बातचीत का रास्ता पकड़ सकती हैं।