नेशनल मीडिया सेंटर में बुधवार को एक प्रेस वार्ता हुई, जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी, सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की पूरी जानकारी दी। इस दौरान भारत की इन दोनों बेटियों का आत्मविश्वास, देश और कार्य के प्रति समर्पण व साहस पूरी दुनिया ने देखा। कर्नल सोफिया ने जिस तरह सैन्य रणनीतियों और कार्रवाई को मीडिया के सामने साझा किया, उसकी तारीफ पूरे देश में हो रही है। आज अपने कार्य के बल पर इन दोनों महिला सैन्य अधिकारियों ने नारी शक्ति की जो मिसाल पेश की है, वह करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है।
ऑपरेशन सिंदूर की पूरी जानकारी दुनिया के सामने रखने के लिए सरकार ने विदेश सचिव के अलावा सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह को चुना। इन दोनों महिला अफसरों का चुनाव कर भारत ने आतंक के आकाओं को कड़ा संदेश दिया है। ऐसे में आइए जानते हैं इन महिला अधिकारियों के बारे में…
कर्नल सोफिया कुरैशी गुजरात के वड़ोदरा की रहने वाली हैं, वह भारतीय थलसेना में कर्नल के पद पर तैनात हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी के दादा भी भारतीय सेना में कार्यरत रहे हैं। साल 2016 में सोफिया कुरैशी ने बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व किया था। बताया जा रहा है कि जिस बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व उन्होंने किया था, वह ट्रेनिंग एक्सरसाइज अब तक का सबसे बड़ा विदेशी सैन्य अभ्यास रहा है, जिसका नाम ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’ प्रोग्राम बताया जा रहा है। इसमें दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ ‘आसियान’ के सदस्य देशों ने हिस्सा लिया था। यह बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास महाराष्ट्र स्थित पुणे में किया गया था।
कौन हैं व्योमिका सिंह
विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूदा समय में भारतीय वायुसेना में हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में तैनात हैं। बताया जा रहा है कि विंग कमांडर व्योमिका सिंह के पास 2500 से भी ज्यादा घंटे की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने कई मुश्किल ऑपरेशन को भी सफलता पूर्वक अंजाम दिया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व में किए गए ऑपरेशन शामिल हैं। साल 2021 में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने करीब 21,650 फुट ऊंची ‘माउंट मणिरंग’ चोटी पर विजय हासिल की थी। बताया जा रहा है कि व्योमिका सिंह ने बचपन में ही पायलट बनना तय कर लिया था।