Breaking News

26-28 दिसंबर तक यूपी, दिल्ली, बिहार और राजस्थान में ठंड और बारिश का बढ़ेगा प्रकोप

उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और मौसम में हो रहे बदलावों के कारण भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 26 से 28 दिसंबर तक के लिए मौसम की चेतावनी जारी की है। इस दौरान, उत्तर भारत के कई राज्यों में ठंड में और वृद्धि हो सकती है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में मौसम का प्रभाव बढ़ने की संभावना है। खासकर दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश और बूंदाबांदी के कारण ठंड में इजाफा हो सकता है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी के कारण ठंड में और वृद्धि की संभावना है। आइए जानते हैं कि अगले तीन दिनों (26, 27, 28 दिसंबर) में उत्तर भारत में मौसम कैसा रहने वाला है और इससे जीवन पर क्या असर पड़ सकता है।

दिल्ली और उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप
दिल्ली में 26 दिसंबर की सुबह कोहरे के साथ शुरुआत हुई, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई और आम जनजीवन प्रभावित हुआ। मौसम विभाग के मुताबिक, दिन में हल्की धूप निकलने की संभावना है, लेकिन ठंड का असर जारी रहेगा। आगामी तीन दिनों में, यानी 26 से 28 दिसंबर के बीच, दिल्ली में हल्की बारिश और बूंदाबांदी की संभावना जताई जा रही है, जिससे तापमान में और गिरावट आ सकती है। आज, दिल्ली का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। वहीं, आने वाले दिनों में यह तापमान और घट सकता है, जिससे सर्दी का असर और बढ़ेगा। दिल्ली के अलावा, उत्तर भारत के अन्य राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में भी ठंड का प्रकोप जारी है। यहां के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 5 से 7 डिग्री के बीच रह सकता है, जो कि सामान्य से काफी नीचे है। विशेष रूप से फरीदकोट (पंजाब) में 4.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है, जो इस सीजन का सबसे ठंडा स्थान रहा। वहीं, चंडीगढ़ में भी तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस तक गिरा हुआ था।

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी का असर
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है। हिमाचल प्रदेश में शिमला, कुल्लू, किन्नौर और मनाली जैसे क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण सड़कें बंद हो गई हैं। तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 233 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। इस बर्फबारी के कारण यातायात प्रभावित हुआ है, और स्थानीय जनजीवन में कठिनाई उत्पन्न हो रही है। इसके अलावा, शिमला जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर बर्फबारी ने पर्यटकों को आकर्षित किया है, लेकिन स्थानीय निवासियों के लिए यह परेशानी का कारण बन रही है, क्योंकि भारी बर्फबारी के कारण बुनियादी सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। उत्तराखंड के चमोली और उत्तरकाशी जैसे क्षेत्रों में भी बर्फबारी और शीत लहर का असर बढ़ गया है। बद्रीनाथ, फूलों की घाटी और नीति घाटी जैसे स्थान बर्फ से ढक गए हैं। इन क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण तापमान में और गिरावट आई है। हालांकि, ये स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं, लेकिन स्थानीय लोग बर्फबारी के कारण कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।

राजस्थान में शीत लहर और कोहरे का असर
राजस्थान में शीत लहर का असर लगातार बना हुआ है। गुरुवार (26 दिसंबर) को राज्य के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। खासकर पूर्वी राजस्थान के इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में शीत दिवस (Cold Day) के कारण तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण जयपुर, कोटा, अजमेर, और उदयपुर जैसे क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान, तापमान में और गिरावट हो सकती है, जिससे ठंड का प्रभाव बढ़ सकता है। पश्चिमी राजस्थान में खासतौर पर शीत लहर के चलते स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।

जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी और बारिश
जम्मू और कश्मीर में ताजा बर्फबारी और बारिश के कारण ठंड बढ़ी है। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से तापमान गिर गया है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में बारिश और ठंडी हवाओं का दौर जारी है। बर्फबारी ने पर्यटकों को आकर्षित किया है, लेकिन स्थानीय निवासियों के लिए यह परेशानी का कारण बन रही है। भारी बर्फबारी और बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में सड़क यातायात प्रभावित हो रहा है। जम्मू और कश्मीर में भी मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है, और अगले कुछ दिनों में ठंड और बढ़ सकती है।

मौसम से संबंधित सावधानियां और सतर्कता
उत्तर भारत में बढ़ती ठंड और कोहरे को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेष रूप से बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, कृषि क्षेत्र पर भी सर्दी का असर पड़ सकता है, जिससे किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के उपाय करने की आवश्यकता है। खासकर बर्फबारी वाले इलाकों में किसानों को बर्फीली हवाओं से बचाव के उपायों की सलाह दी जा रही है। सर्दी का असर खासतौर पर सड़क यातायात, कृषि कार्य, और आम जनजीवन पर पड़ सकता है।

इसलिए, लोगों को मौसम के प्रति सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उत्तर भारत में 26 से 28 दिसंबर के बीच मौसम में बदलाव का सिलसिला जारी रहेगा। ठंड और कोहरे का प्रकोप बढ़ने के साथ-साथ बारिश और बर्फबारी से ठंड और अधिक बढ़ सकती है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी के कारण जीवन प्रभावित हो रहा है। राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में भी मौसम में बदलाव देखा जाएगा, और हल्की बारिश और बूंदाबांदी से ठंड बढ़ सकती है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और किसानों को सर्दी से बचाव के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है।