सभी अपनी जिंदगी में सफल होना चाहते हैं लेकिन हो नहीं पाते. इसके पीछे कई कारण हैं, लेकिन सबसे बड़ा कारण है व्यक्ति की सोच. कहते हैं ना कि हर लड़ाई सबसे पहले मन-मस्तिष्क में जीती जाती है. लिहाजा सफलता पाने के लिए व्यक्ति के विचारों का सही होना बहुत जरूरी है आचार्य चाणक्य ने सफलता-असफलता को लेकर कई बातें कहीं हैं. उनमें से कुछ अहम बातें उन्होंने व्यक्ति के विचारों को लेकर भी कही है.
सोचते हैं पर करते नहीं
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ‘जीवन में 2 ही तरह के व्यक्ति असफल होते हैं. एक वे जो सोचते हैं पर करते नहीं और दूसरे वे जो करते हैं पर करने से पहले सोचते नहीं हैं.’ ये दोनों ही परिस्थितियां व्यक्ति की सफलता को संदेहपूर्ण बनाती हैं. जाहिर है कोई भी काम केवल सोचने से पूरा नहीं होगा और बिना सोच-विचार के काम करने से वह काम सही तरीके से नहीं होगा.
परिणाम के बारे में आंकलन करना जरूरी
सफलता के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करना बहुत जरूरी है, लेकिन इसके साथ-साथ यह भी जरूरी है कि व्यक्ति उस काम से मिलने वाले नतीजे का आंकलन करे. ऐसा करने से उसे एक मोटा अंदाजा लग जाएगा कि नतीजे उसके मनमुताबिक हो सकते हैं या नहीं. इसके अलावा अपनी कार्ययोजना का ब्लूप्रिंट बनाते समय हर स्टेप के लिए समय सीमा भी तय करें. ताकि आपका काम समय से पूरा हो सके और आपको बेहतर से बेहतर परिणाम मिल सकें.