केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज बीएसएफ के 18वें अलंकरण समारोह में शामिल हुए। जवानों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने बलिदानियों को सलाम किया। साथ ही ये बात भी कही कि भारत के बॉर्डर फेंसिंग में 2022 तक कोई गेप नहीं रहेगा। जिस देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं होती वो कभी सुरक्षित नहीं होता।
अमित शाह ने कहा, मैं उन लोगों को सलाम करता हूं जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया है क्योंकि पूरा देश जानता है कि आप सजग बनकर देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं। इसी कारण आज देश लोकतंत्र के अपनाए हुए विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है, उन बलिदानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। सीमा सुरक्षा के काम में लगे इरऋ और सभी पैरामिलिट्री फोर्स के कारण आज भारत विश्व के नक्शे पर अपना गौरवमय स्थान दर्ज करा रहा है।
अमित शाह ने आगे कहा, सीमा सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा है। हमारे सामने कई चुनौतियां हैं। मुझे अपने अर्धसैनिक बलों पर पूरा भरोसा है। घुसपैठ, मानव तस्करी, गौ तस्करी, हथियारों की तस्करी, ड्रोन।। ये सभी चुनौतियां हैं लेकिन मुझे पैरामिलिट्री फोर्स पर पूरा विश्वास है कि वे सभी चुनौतियों को पार सीमा सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे।
सीमा सुरक्षा बल का अलंकरण समारोह का आयोजन 2003 से हर साल बीएसएफ के प्रथम महानिदेशक और पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित केएफ रूस्तमजी के जन्मदिवस के अवसर पर किया जाता है। लेकिन इस साल कोरोना महामारी के चलते इसका आयोजन आज किया जा रहा है। इस साल 27 सीमा प्रहरियों जिनमें 14 वीरता के लिए पुलिस पदक और 13 सराहनीय सेवा के लिये पुलिस पदक (3 सेवानिवृत सहित) से अलंकृत किया जाएगा।