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भाजपा की केंद्र सरकार ने एफआरपी गन्ने का रेट मात्र ₹15 कुंतल बढ़ाकर गन्ना किसानों के साथ कुरुर मजाक किया है : भगत सिंह वर्मा

रिर्पोट :-गौरव सिंघल,विशेष संवाददाता,दैनिक संवाद,सहारनपुर मंडल,उप्र:। 
देवबंद (दैनिक संवाद न्यूज)। गन्ना समिति में गन्ना किसानों की बैठक को संबोधित करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय संयोजक भगत सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने एफआरपी गन्ने का रेट मात्र ₹15 कुंतल बढ़ाकर गन्ना किसानों के साथ कुरुर मजाक किया है और इसे नाम दिया है उचित और लाभकारी मूल्य। गन्ने का ₹305 कुंतल रेट न उचित है और लाभकारी तो किसी भी कीमत पर है ही नहीं। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि प्रदेश और देश के गन्ना किसानों की एक कुंतल गन्ना पैदा करने पर ₹450 कुंतल लागत आ रही है। हरित क्रांति के जनक महान कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर एम एस स्वामीनाथन के अनुसार किसानों की सभी लागत जोड़ते हुए सभी फसलों पर 50% लाभ किसानों को मिलना चाहिए। तभी किसानों की आर्थिक स्थिति सुधर सकती है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि गन्ना सभी प्रदेश और देश की आर्थिक रीढ़ है।
गन्ने से सरकारों को सबसे अधिक राजस्व प्राप्त होता है जबकि गन्ना किसानों को सरकार और चीनी मिलें खोई  के दाम भी नहीं दे रही है। भाजपा की योगी सरकार गन्ना किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है। जिसके लिए प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गन्ना चीनी मिलें व गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी सीधे-सीधे जिम्मेदार हैं। भगत सिंह वर्मा ने महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र  मोदी को पत्र लिखकर गन्ना किसानों को गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 कुंतल दिलाने, चीनी मिलों से गन्ने का भुगतान नकद कराने, पिछले वर्षो में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज उत्तर प्रदेश की 120 चीनी मिलों से 12 हजार करोड़ रुपए प्रदेश के गन्ना किसानों को तत्काल दिलाने की मांग की।
भगत सिंह वर्मा ने सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 कुंतल न किया और नकद गन्ना भुगतान और ब्याज न दिलाया तो प्रदेश के गन्ना किसान सड़कों पर आकर बड़ा आंदोलन करेंगे। प्रदेश सचिव चौधरी ऋषिपाल प्रधान गुर्जर ने कहा कि भाजपा की योगी सरकार गन्ना किसानों के साथ घोर अन्याय कर रही है। जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चीनी मिलों की संस्था इस्मा ने कहा है कि चीनी के रेट कम से कम ₹3800 कुंतल होने चाहिए ताकि चीनी मिलें गन्ना किसानों को गन्ने का उचित रेट दे सकें। बैठक की अध्यक्षता विजयपाल सिंह डायरेक्टर ने की और संचालन प्रदेश सचिव मोहम्मद वसीम ने किया। बैठक में सुधीर चौधरी, रविंदर चौधरी प्रधान, नगर अध्यक्ष मोहम्मद कामिल, हरपाल सिंह, नीरज सैनी प्रधान, डॉक्टर यशपाल त्यागी, सुभाष त्यागी, जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद वसीम जहीरपुर, हाजी सुलेमान, मोहम्मद यासीन त्यागी, जोगेंद्र सिंह, जगपाल सिंह, अरविंद चौधरी, महबूब हसन आदि ने भाग लिया।