हरियाणा में इसी साल अक्टूबर महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसको लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी- अपनी तैयारियों में जुट गए हैं. इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने के लिए अभी से अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
केंद्रीय नेताओं की कमेटी नापेगी हरियाणा
केंद्रीय मंत्री एवं हरियाणा बीजेपी प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान अपने साथ केंद्र के 4 नेताओं को लेकर आगामी 15 दिनों में पूरे हरियाणा की धरती को नापेंगे. इसके लिए एक दिन में 2- 2 जिलों को कवर किया जाएगा. राज्य के सभी जिलों में यह कमेटी दस्तक देगी. इस कार्यक्रम का जल्द ही शेड्यूल जारी किया जाएगा.
कमेटी में शामिल होंगे ये नेता
हरियाणा में पार्टी को मजबूती देने के लिए सभी जिलों में दस्तक देने वाली इस कमेटी में धर्मेंद्र प्रधान के साथ पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, सह प्रभारी बिपल्ब देब, राजस्थान के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया और राष्ट्रीय मंत्री सुरेंद्र नागर शामिल होंगे. इस दौरान कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर फीडबैक लिया जाएगा और उसी आधार पर विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा- पत्र तैयार किया जाएगा.
टिकट वितरण में होगा ये फार्मूला
इसके साथ ही, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान विधानसभा हल्कों में संभावित प्रत्याशियों को लेकर भी चर्चा की जाएगी. कमेटी द्वारा हरियाणा की इस रिपोर्ट को केंद्रीय हाईकमान को सौंपा जाएगा. इसी रिपोर्ट के आधार पर टिकटों का वितरण होगा. वहीं, पार्टी से नाराज़ चल रहे नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी मनाने का प्रयास किया जाएगा.
दूसरा केंद्र में सरकार बनने के बाद केन्द्रीय नेतृत्व ये भी संदेश देना चाहता है कि हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी हाईकमान कितना गंभीर है. खास बात ये है कि पांचों केंद्रीय नेता हरियाणा से बाहर के हैं और वे खुद सीधे तौर पर जिला कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगे, जिससे जहां भी कोई कमियां हैं तो वो भी सामने आएंगी.
अपने दम पर लड़ेंगे चुनाव
पंचकूला में आयोजित हुई बीजेपी विस्तारित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि बीजेपी सभी 90 विधानसभा सीटों पर अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी. मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए पार्टी को किसी अन्य दल के सहारे की जरूरत नहीं है. हरियाणा में सुशासन के आधार पर तीसरी बार सरकार बनाई जाएगी. यहां के लोग राजनीतिक स्थिरता चाहते हैं जो केवल BJP ही दे सकती है.