पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में नंदीग्राम सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मात देने के बाद शुभेंदु अधिकारी का बीजेपी में सियासी कद और भी बढ़ गया है. पार्टी ने शुभेंदु अधिकारी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया है. पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद शुभेंदु ने सीधा अपने विरोधियों के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए कहा, पार्टी ने मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी हैं मैं उसे निभाने में पीछे नहीं रहूंगा. आगजनी, हत्याओं और भ्रष्टाचार की वारदातों के खिलाफ मैं अपनी आवाज बुलंद करूंगा.
‘CISF जवानों पर CID की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित’
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने सीतलकुची हिंसा पर कहा, राज्य में सीआईएसएफ जवानों के खिलाफ सीआईडी की कार्रवाई पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने आगे कहा कि सीआईएसएफ और सीआरपीएफ गृह मंत्रालय के अधीन आते हैं, इसलिए सीआईडी द्वारा सीआईएसएफ जवानों को नोटिस देना किसी भी स्तर पर ठीक नहीं है.
वहीं, बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सीतलकुची हिंसा में सीआईडी द्वारा सीआईएसएफ के छह जवानों को समन देने पर कहा, ‘सीआईडी की कार्रवाई एक रानजीतिक हथकंडा है. उनके पास सीआईएसएफ जवानों को नोटिस देने का कोई अधिकार नहीं है.’
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 10 अप्रैल को हुए चौथे चरण के मतदान के दौरान कूच बिहार के सीतलकुची में एक मतदान केंद्र पर हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें चार लोग सीआईएसएफ जवानों की गोलियों का शिकार हुए थे. वहीं, सीआईएसएफ ने अपनी सफाई में कहा था कि उन्होंने उस वक्त आत्मरक्षा में गोलियां चलाई थीं. इस मामले की जांच करने के लिए ममता सरकार पहले ही एसआईटी गठित कर चुकी है.