साल 2020 में एक के बाद एक बुरी खबरें सामने आ रही हैं. काफी दिनों से अस्पताल में भर्ती मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गवर्नर (Governor) लालजी टंडन (Lalji Tondon) को लेकर बेहद ही दुखभरी खबर सामने आई है. गवर्नर ने मंगलवार की सुबह 5 बजे लखनऊ (Lucknow) के मेदांता हॉस्पिटल (Medanta Hospital) में 85 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. लालजी टंडन के निधन की जानकारी उनके बेटे और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ने ट्वीट के जरिए दी. बताया जा रहा है कि, काफी दिनों से इलाज चलने के बावजूद बीती रात उनका स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ गया था और वह बहुत दिनों से वेंटिलेटर पर थे.
बीजेपी नेता का निधन
लालजी टंडन ने भारतीय जनता पार्टी में रहकर कई चुनाव जीते हैं और अटल बिहारी वाजपेयी के भी सहयोगी रहे हैं. जब वाजपेयी जी का निधन हुआ तो लालजी टंडन ने ही लखनऊ जो उनका चुनावी क्षेत्र हुआ करता था उसकी कमान संभाल ली थी. लालजी टंडन को बीते 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.उस समय उन्हें सांस लेने की तकलीफ, बुखार और पेशाब की परेशानी थी. इसके बाद से उनके स्वास्थ्य में कई बार उतार चढ़ाव देखे गए. पर बीती रात उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. डॉक्टर द्वारा जो ताजा हेल्थ अपडेट जारी हुई थी उसमें बताया गया था कि, वेंटिलेटर पर रखने के बाद भी हालत काफी नाजुक बनी हुई हैं.
आनंदीबेन पटेल संभाल रही हैं काम
लालजी टंडन के स्वास्थ्य को देखते हुए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश का कामकाज देखने को कहा गया है. वैसे तो लालजी टंडन बीजेपी की सक्रिय नेताओं में से एक हैं. गर्वनर लालजी टंडन सिर्फ मध्यप्रदेश के नहीं बल्कि साल 2018 में बिहार के गवर्नर भी रह चुके हैं. लालजी टंडन के निधन की खबर से पूरे बीजेपी महकमे में शोक की लहर है.