अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University AMU) ने ने छात्रों को अपने छात्रावास को खाली करने के निर्देश जारी किए हैं। यूनिवर्सिटी ने अपने निर्देशों में कहा है कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजरपैदा हुई परिस्थतियों को ध्यान में रखते हुए छात्रों को छात्रावास खाली करके अपने घर आदेश जारी किए हैं। यूनिवर्सिटी के इस फैसले पर छात्र नेता ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। छात्र नेता ने कहा कि हॉस्टल में तो इंटरनेट की कनेक्टिविटी अच्छी होने की वजह से पढ़ाई हो जाती है, लेकिन अपने घरों को लौटने वाले ज्यादातर स्टूडेंट्स ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं। ऐसे में यहां इंटरनेट की कनेक्टिविटी बेहतर नहीं होने से ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
यूनिवर्सिटी ने यह निर्णय हाल ही में शीर्ष अधिकारियों की एक ऑनलाइन बैठक के दौरान लिया गया है। इसके बाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। वहीं इस संबंध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के प्रवक्ता प्रोफेसर शफी किदवई ने कहा कि यह “छात्रों और उनके स्वास्थ्य के हित में है कि वे छात्रावास खाली करें और अपने घरों में सुरक्षित रहें। मीडिया रिपोर्ट में AMU के इस फैसले पर एमयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि छात्रावासों में रहने वाले छात्र, ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। ऐसे में वे अपने घर लौटकर, वे अपनी ऑनलाइन पढ़ाई जारी नहीं रख सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि परिसर में छात्रों को कोविड टीकाकरण सहित अच्छी मेडिकल सुविधा भी मिल रही है, जो कि अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध नहीं होगी। इसलिए उन्होंने कहा और एएमयू के अधिकारियों से अपने निर्णय की समीक्षा करने का आग्रह किया।