देशभर में त्योहारों की धूम देखने को मिल रही है. करवाचौथ के बाद अहोई और फिर धनतेरस व दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा. हिंदू धर्म में दिवाली (Diwali 2020) के त्योहार की विशेष मान्यता होती है. वैसे तो दिवाली का दिन बहुत खास होता है लेकिन इस बार दिवाली से सात दिन पहले एक अद्भुत शुभ संयोग बन रहा है. नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को शुभ एवं पुण्यदायक नक्षत्र माना जाता है और इस बार दिवाली से 7 दिन पहले यानि 7 नवंबर शनिवार को पुष्य नक्षत्र को भोग सम्पूर्ण दिन होगा. जो 7 नवंबर को सूर्योदय पूर्व से रात में 4:59 बजे तक होगा.
इस बारे में उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली का कहना है कि, पुष्य नक्षत्र के शुभ काल में खरीददारी, नए कामों की शुरुआत बहुत शुभ होती है.इस नक्षत्र में अशुभ काल को शुभ काल में बदलने की क्षमता होती है. खास बात ये है कि, पुष्य नक्षत्र के स्वामी भी शनिदेव हैं और शनिवार के दिन ही इस नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है. ऐसे में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है.
ग्रहों की स्थिति अति उत्तम
ज्योतिष की मानें तो इस बार ग्रहों की स्थिति भी अति उत्तम है. शनि देव मकर राशि में स्वगृही हैं और बुध एवं शुक्र राशि परिवर्तन राजयोग में है.बुधादित्य राजयोग के साथ चंद्रमा भी स्वगृही स्थिति में रहेंगे ऐसे में यह पूरा समय बेहद शुभफलदायी है.
शनिदेव की विशेष कृपा
चूंकि इस नक्षत्र के स्वामी शनिदेव हैं और इन्हें वैसे भी न्याय का देवता कहा जाता है. शनिदेव व्यक्ति को कर्मों के हिसाब से फल देते हैं और ऐसे में शुभ कार्योंकी शुरुआत करना काफी अच्छा रहेगा क्योंकि शनिदेव की विशेष कृपा का योग है. ऐसे में आप वाहन, घर या किसी चीज में निवेश करना चाहते हैं तो ये दिन अनुकूल है.