तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटना में बुरी तरह घायल होने वाले भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार को निधन हो गया. हेलिकॉप्टर क्रैश में बुरी तरह जख्मी होने के बाद भी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह 8 दिन तक मौत से जंग लड़ते रहे. हालांकि बहुत प्रयास करने के बाद भी डॉक्टर्स उन्हें बचा नहीं पाए और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन हो गया. भारतीय वायुसेना के इस जांबाज के निधन के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने उनके परिवार को 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को ये ऐलान किया. मीडिया से बातचीत में शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा.” मुख्यमंत्री शिवराज ने आगे कहा, “वरुण के पिता भी बहुत बहादुर हैं. पूरा परिवार देश के प्रति समर्पित है. हम इस दुख की समय में उनके साथ खड़े हैं.”
हेलिकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी CDS समेत 13 लोगों की मौत
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के नाम पर संस्थान का नाम करने और उनकी याद में एक मूर्ति बनाने के बारे में बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उनके परिवार से चर्चा करने के बाद ही इसपर कोई फैसला लिया जाएगा. वहीं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के बारे में भी परिजनों से बातचीत के बाद कोई निर्णय लिया जाएगा.
वरुण सिंह इकलौते शख्स थे जो 8 दिसंबर को तमिलनाडु में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में जीवित बच पाए थे. उनके अलावा हेलिकॉप्टर में सवार सभी 13 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का भी निधन हो गया था.
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा भोपाल
बेंगलुरु के मिलिट्री हॉस्पिटल में वरुण का इलाज चल रहा था, जहां बुधवार को उनका निधन हो गया. गुरुवार की दोपहर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर बेंगलुरु से भोपाल लाया गया है. जानकारी के मुताबिक भोपाल के एयरपोर्ट रोड पर स्थित सिटी कॉलोनी में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी, जिसके बाद अगले दिन यानी 17 दिसंबर को भदभदा विश्राम घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.