T20 World Cup में भारत-पाक क्रिकेट मैच के बाद, देश से पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाने के कुछ मामले सामने आए. पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने वालों का हर जगह खूब विरोध हुआ है. लेकिन पंजाब के बठिंडा स्थित, बाबा फरीद ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन से एक अजीब मामला सामने आया है. यहां के प्रबंधन ने पाकिस्तान की जीत पर नारे लगाने वाले छात्रों के खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्रों पर ही अनुशासनात्मक कार्रवाई कर दी है.
संस्थान पर आरोप है कि जिन छात्रों ने पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और जिन छात्रों ने पाकिस्तान की जीत पर नारे लगाने वाले छात्रों का विरोध किया उनको हॉस्टल से निकाल दिया गया. इस संस्थान प्रबंधन ने बिहार से ताल्लुक रखने वाले 4 छात्रों को हॉस्टल खाली करने के आदेश दिए हैं. इन छात्रों पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने वाले छात्रों के साथ मारपीट करने का आरोप है.
केंद्रीय मंत्री का संस्थान के प्रबंधन से सवाल
संस्थान के प्रबंधन और पंजाब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इस कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं. केंद्रीय मंत्री और पंजाब चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि उन्होंने इस एकतरफा फैसले का शिकार हुए बिहार के छात्रों से बात की है. उन्होंने बठिंडा के बाबा फरीद ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के प्रबंधन से सवाल किया कि छात्रों ने अगर पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाए हैं तो पहली कार्रवाई किन पर होनी चाहिए?
“मैं बिहार के छात्रों के साथ खड़ा हूं”
शेखावत ने कहा कि जिन लोगों ने देश विरोधी नारे लगाए, पहले कार्रवाई उन पर होनी चाहिए थी. इसलिए वह बिहार के छात्रों के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा- “मैं हॉस्टल प्रबंधन समेत जिला व राज्य स्तर और पंजाब के मुख्यमंत्री तक से सवाल करुंगा. लेकिन यह प्रश्न हर भारतीय के लिए है कि भारत की धरती पर भारत की हार पर खुशी कैसे मनाई जा सकती है? निर्णय जनता करे. मैं बिहार के छात्रों के साथ खड़ा हूं.” उधर संस्थान ने अपने बचाव में कहा है कि जिन छात्रों को हॉस्टल से निकाला गया है वह कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले छात्रों को तंग कर रहे थे. उनको हॉस्टल से बाहर करने का फैसला सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लिया गया है.