समाजवादी पार्टी आगामी यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मात देने और कांग्रेस के 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने के दांव की काट तैयार करने में जुट गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जहां एक तरफ पूरे प्रदेश में रथयात्रा निकाल रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर सपा महिला वोटरों को अपने खेमे में लाने के लिए ममता, जया बच्चन और डिंपल यादव की जोड़ी उतारने की तैयारी कर रही है। ये तीनों प्रदेश में सपा के लिए एक ही रथ से प्रचार कर सकती हैं। ममता की रैली उन जगहों पर खासतौर से आयोजित की जाएगी, जहां पीएम नरेंद्र मोदी रैली करेंगे।
प्रदेश में महिला वोटर की संख्या करीब 6 करोड़ 46 लाख 13 हजार के करीब है। अखिलेश की छवि इनके बीच ठीक है, लेकिन पार्टी के पास महिला वोटरों को अपनी ओर करने के लिए डिंपल को छोड़कर कोई बड़ा चेहरा नहीं है। यही वजह है कि सपा और टीएमसी पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को आगे उतारने की तैयारी कर रही है। विधानसभा चुनावों से पहले सपा और टीएमसी गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक दोनों दलों के बीच बातचीत लगभग फाइनल हो गई है। गठबंधन की घोषणा के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यूपी के विधानसभा चुनावों में सक्रिय रूप से सपा के लिए प्रचार करती नजर आएंगी।
सपा के वरिष्ठ नेता का कहना है कि अभी जिले तय नहीं हुए हैं। हालांकि पूर्वांचल और अवध के जिलों में ज्यादा दौरे करने की बात सामने आ रही है। इसके पीछे की दलील है कि बीजेपी यहां सबसे ज्यादा मजबूत है। पश्चिम में किसान आंदोलन की वजह से बीजेपी की पकड़ कमजोर लग रही है। तराई के क्षेत्र में लखीमपुर घटना के बाद नाराजगी बढ़ी है। ऐसे में इन जगहों पर किसान आंदोलन को ही आगे रखा जा सकता है। बाकी जगहों पर बीजेपी पर सपा और ममता हमलावर हो सकते हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी पहले ही चुनाव में 40 फीसदी महिला प्रत्याशी लड़ाने की बात कर चुकी हैं। इसके बाद सभी राजनीतिक दलों के ऊपर एक दबाव बन गया है कि वह भी महिलाओं को अपने यहां बढ़ावा दें।