जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) की सभी पार्टियों के नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ बैठक करने का बुलावा मिलने के बाद कश्मीर में सियासत गरमा गई है. पीडीपी इस मसले पर चर्चा करने के लिए रविवार को एक बैठक करेगी. पीडीपी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने शनिवार को कहा है कि वे केंद्र के निमंत्रण पर चर्चा करने के लिए रविवार को एक बैठक करेंगी. इसके बाद ही वे तय करेंगी कि इस मीटिंग में हिस्सा लें या नहीं.
मीटिंग पर चर्चा करने करेंगी मीटिंग
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है, ‘मुझे पीएम मोदी की बैठक में हिस्सा लेने के लिए फोन आया था. हालांकि इसके लिए औपचारिक आमंत्रण अभी नहीं आया है. इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए हम रविवार को मीटिंग कर रहे हैं. बातचीत में शामिल होने या न होने का फैसला पार्टी लेगी.’
उन्होंने आगे कहा, ‘बैठक के लिए कोई स्पष्ट एजेंडा नहीं है लेकिन मुझे बताया गया है कि आम स्थिति की समीक्षा करने और राजनीतिक प्रक्रिया को आगे कैसे ले जाया जाए, इसके लिए यह बैठक बुलायी गयी है.’
चुनावों पर हो सकती है चर्चा
इससे पहले जानकारी आई थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 जून को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ एक बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं. इस मीटिंग में प्रदेश में चुनाव (Election) कराने को लेकर चर्चा हो सकती है. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के भी शामिल होने की संभावना है.
बता दें कि अगस्त 2019 में केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद पैदा हुए गतिरोध को मिटाने के लिए केंद्र की ओर से पहली बार ऐसी पहल की जा रही है.
महीनों तक हिरासत में रही हैं मुफ्ती
धारा 370 हटाने के बाद जिन नेताओं को एहतियातन हिरासत में रखा गया था, उनमें महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं. महबूबा के नेतृत्व वाली पीएसी में आर वीरी, मुहम्मद सरताज मदनी, जी एन लोन हंजुरा, डॉ. महबूब बेग, नईम अख्तर, सुरिंदर चौधरी, यशपाल शर्मा, मास्टर तस्सदुक हुसैन, सोफी अब्दुल गफ्फार, निजाम उद्दीन भट, आसिया नकाश, फिरदौस अहमद टाक, मुहम्मद खुर्शीद आलम और एडवोकेट मुहम्मद युसूफ भट जैसे नेता सदस्य हैं. हालांकि, मदनी अभी भी हिरासत में हैं.